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23 Oct 2024, Wed

सन्तकबीरनगर, यूपी

सन्त कबीर के नाम से बना ज़िला सन्तकबीरनगर हिंदू मस्लिम एकता के लिए जाना जाता है। यहां सभी धर्मों के लोग दशकों से एक साथ रहते आएं हैं। यहां के रहने वाले हमेशा धार्मिक उन्माद से दूर होकर एकता की राह में काम करते रहते हैं। ऐसा ही बड़ा काम किया है नगर पालिक के पूर्व जगत जयसवाल ने। उन्होंने रमज़ान का पहला रोज़ा रखा।

जगत जयसवाल बीएसपी के नेता हैं। उनकी छवि ज़िले में सेक्यूलर नेता की रही है। मुसलमानों का रमज़ान जैसे ही शुरु हुआ जगत जयसवाल ने दोनों धर्मों के बीच पुल का काम करते हुए पहला रोज़ा रखने का फैसला किया। इसके बाद के हर खास और आम लोगों के बीच उनकी चर्चा शुरु हो गई। शाम को उन्होंने बाकायदा रोज़ा खोला और देश में अमन-चैन और सभी धर्मों के बीच एकता के लिए दुआ मांगी।

जगत जयसवाल ने बताया कि रमज़ान के रोजों की खुशी में ही ईद मनाई जाती है। आमतौर पर रमजान माह की शुरुआत चांद के दीदार होने के साथ शुरु होता है। रमज़ान का महीना तीन हिस्सों में बांटा गया है, जिसे अशरा कहते हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान के पूरे महीने रोज़ा रखते हैं। इबादत करते हैं, कुरआन पाक की तिलावत कर अल्लाह को राजी करते हैं। ऐसे में आप भी इस पाक महीने खुदा की इबादत करते हुए दोस्तों को रमज़ान की मुबारकबाद देने के लिए सबसे सुनहरा मौका था। जो हमने किया।

जगत जयसवाल को हिंदू धर्म समेत दूसरे धर्मों की काफी जानकारी है। जगत जयसवाल ने रोजेदारों संदेश देते हुए कहा कि दर-ए-तौबा खुला है इस महीने में… ऐ माह-ए-रमजान आहिस्ता चल अभी काफी कर्ज चुकाना है अल्लाह को करना है राजी और गुनाहों को मिटाना है, ख्वाबों को लिखना है और रब को मनाना है। खुशिया नसीब हो जन्नत करीब हो तू चाहे जिसे वो तेरे करीब हो।

जगत जयसवाल ने मंगलवार को हनुमान स्वामी व रमजान महीने का पहला रोज़ा को रख कर हिंदू-मुस्लिम एकता का पैगाम दिया। उन्होंने इस दौरान हिंदू-मुस्लिम एकता व आपसी भाई चारे की दुआ मांगी। जगत जयसवाल के इस फैसले से आम लोगों ने काफी प्रतिक्रिया दी। लोगों का कहना है कि जगत जैसे लोग ही हमारे सच्चे रहनुमा है जो एकता के लिए हर वक्त प्रयास करते रहते हैं।