लखनऊ, यूपी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को विधान भवन के तिलक हाल में विकास समन्वय बैठक का उद्घाटन किया। अल्पसंख्यक मामलो के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि मदरसों को बंद करना कोई विकल्प नहीं है। इसकी जगह उन्हें आधुनिक बनाने के साथ ही अंग्रेजी, विज्ञान और तकनीकी से उन्हें लैस करने की ज़रूरत है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मदरसों के आधुनिकीकरण पर ध्यान देने की जरूरत है. मौजूदा समय में यह बदलाव करने से समाज के एक बड़े तबके का उत्थान होगा. उन्होंने कहा कि इस वर्ग के बच्चे अपनी प्रतिभा का योगदान राष्ट्र के लिए दे सकेगे और उन्हें रोजगार से वंचित नही होना पड़ेगा।
किसी धर्म विशेष को लेकर दुराग्रह के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि वे यही बात संस्कृत विद्यालयों के बारे में भी कहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें भी और विषयों को अपनाने की जरूरत है। सीएम ने कहा कि मदरसों को कंप्यूटर से जोड़ना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि सरकार ने राशन कार्डों का सत्यापन कराया और 37 लाख राशन कार्ड दिए गए. उनकी सरकार बगैर किसी भेदभाव के सभी वर्गों के लिए काम करने पर यकीन करती है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब हम अल्पसंख्यक कल्याण की बात करते है तो उनके सामने तमाम सवाल खड़े होते हैं. अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय पर बेहद अहम जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि अगर शरीर का कोई अंग काम करना बंद करता है तो हमें दिव्यांग कहा जाता है. अगर समाज में किसी व्यक्ति के साथ भेदभाव होता है तो वो अपने आपको अपेक्षित महसूस करता है।