दुबई, यूएई
कतर के साथ अरब देशों द्वारा राजनयिक संबंध खत्म करने के बाद उपजे राजनयिक संकट को सुलझाने में कुवैत मध्यस्थता करने का प्रयास कर रहा है। कुवैत के स कदम का स्वागत करते हुए कतर के विदेश मंत्री ने कहा है कि कुवैत के किंग ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल थानी को संकट पर किसी भी तरह के बयान देने से रुकने को कहा है। गल्फ संकट के समाधान में कुवैत का ये कदम काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कतर के विदेश मंत्री शेख मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि उनका देश ऐसे लोगों को खारिज करता है जो अपनी इच्छा कतर पर थोपने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इसे कतर के मामले में आंतरिक हस्तक्षेप करने की कोशिश बताया। मालूम हो कि बहरीन, मिस्र, सउदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने सोमवार को कतर के साथ सभी राजनयिक संबंध खत्म कर लिए थे। इसके साथ ही कतर के विमान और जहाज के लिए अपनी जमीन, समुद्र और हवाई अड्डे बंद करने के आदेश दिए थे।
गल्फ में साल 1991 के खाड़ी युद्ध के बाद का ये सबसे बड़ा राजनयिक संकट है। इन देशों ने कतर के साथ आतंकवाद का समर्थन का आरोप लगाते हुए संपर्क तोड़ लिए थे। दूसरी तरफ सूडान ने भी कतर और उसके पड़ोसी खाड़ी अरब देशों के बीच मेल-मिलाप कराने के प्रयास का प्रस्ताव दिया है। सूडान के विदेश मंत्री ने इस पर गंभीर चिंता जताते हुए इन देश के नेताओं को शांत रहने और संकट का समाधान करने की अपील की है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा है किसूडान ने इस क्षेत्र के नेताओं से इस विवाद से निपटने के लिए साथ आने की अपील की है.’’ शिया बहुल ईरान के साथ दशकों पुराने संबंध खत्म करने के बाद सूडान ने हाल के वषरें में सउदी अरब और कतर के साथ गहरे राजनयिक संबंध विकसित किए हैं।