गोंडा, यूपी
ज़िले में साहेबगंज मोहल्ले में नवाज़ तरावीह पढ़कर लौट रहे दो नौजवानों पर तलवार से हमला करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर दिया है। ज़िले के एसपी उमेश सिंह ने बताया कि आरोपी युवक पहली बार गोण्डा आया था। उन्होंने बताया कि आरोपी की पत्नी और उसके ससुर से बात हुई है। उन्होंने बताया कि आरोपी अक्सर नशे की हालत में बवाल किया करता है। एसपी उमेश कुमार सिंह ने बताया कि कुशीनगर के थाना कसया निवासी रविंद्र सिंह जो राजस्थान में टैक्सी चलाता है, अवध एक्सप्रेस से अपनी ससुराल देवरिया जा रहा था। वह 27 मई को नशे में होने के कारण गोण्डा स्टेशन पर उतर गया था।
एसपी ने बताया कि आरोपी रविंद्र सिंह का इतवार को सुबह किसी और से झगड़ा हुआ था। उस समय आरोपी नशे में था। रात को उसने नमाज़ पढ़ कर लौट रहे पप्पू मिस्त्री और अरमान पर हमला बोल दिया। एसपी ने बताया कि वह झगड़े वाले युवक को पहचान नहीं पाया था। हत्या का खुलासा एसपी उमेश कुमार सिंह व डीएम जेबी सिंह ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर किया। अभियुक्त रविंद्र को मीडिया के भी सामने पेश किया गया।
पप्पू मिस्त्री परिवार का अकेला सहारा
आरोपी रविंद्र ने बूढ़ी मां का सहारा छीन लिया। सनकी रविंद्र के हमले में मारा गया पप्पू मिस्त्री ही अपने परिवार का अकेला भरण-पोषण करता था। मृतक पप्पू का एक छोटा भाई है जो दिव्यांग है। मृतक पप्पू की तीन बहनें हैं जिनकी अभी शादी नहीं हुई है। बूढ़ी मां दूसरों के घर पर बर्तन धोकर अपने बच्चों को किसी तरह बड़ा किया था। पप्पू मिस्त्री के पिता की 20 साल पहले मौत हो गई थी। पप्पू के घर में मातम सा सन्नाटा पसरा हुआ है। तीनों बहनें, मां और छोटे भाई का रो-रोकर बुरा हाल है। जो भी जाता है, उससे मां अपने बेटे के बारे में पूछने लगती है। बहनें किसी तरह मां को समझाती हैं।
परिवार की मदद की सख्त ज़रूरत
पप्पू मिस्त्री के परिवार को मदद की सख्त ज़रूरत है। पप्पू मिस्त्री के परिवार में सिर्फ मां, तीन बहनें और एक दिव्यांग भाई है। इस परिवार में कमाने का सहारा अब कोई नहीं है। परिवार को मदद चाहिए। पीएनएस लोगों से अपील करती है कि वह पप्पू मिस्त्री के परिवार को हर संभव मदद करें। पीएनएस स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं से संपर्क करने की कोशिश कर रही है ताकि परिवार का एक एकाउंट खुल सके और उसमें लोग मदद कर सकें।
परिवार से मिले आईजी
पप्पू मिस्त्री के पीड़ित परिवार से मिलने आईजी जोन गोरखपुर मोहित अग्रवाल पहुंचे। उन्होंने शासन स्तर से सहायता दिलाने के साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया है। सवाल ये है कि सरकारी मदद कब मिलेगी ये कहना मुश्किल है।
बेहद दुखद।
सदर विधायक ने मौके पर पहुंच कर परिवार का ढांढस बांधा है और राहत मुहैया कराई है। परिवार के एक सदस्य को नगर पालिका में नौकरी दिलाये जाने की बात कही है। हम सभी गोंडा वासी उस परिवार के साथ हैं।