लखनऊ, यूपी
सपा सरकार में शिया वक्फ बोर्ड को लेकर मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद का आज़म खां से विवाद हो गया था। ये लड़ाई इतनी आगे निकल गई थी कि खुद अखिलेश यादव ने कई बार समझौते की कोशिश की थी लेकिन समझौता नहीं पाया था। आज़म खां से दुश्मनी के चलते अब मौलाना जव्वाद ने यीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है और वक्फ सम्पत्तियों का जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। सीएम योगी ने इसकी सिफारिश केंद्र से कर दी है।
मौलाना से मुलाकात के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड में हुए भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच होगी। इस जांच की सिफारिश करते हुए उन्होंने केन्द्र को पत्र लिख दिया है। सीएम योगी से मजलिस उलमा-ए-हिंद के महासचिव और शिया धर्मगुरू मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी की मुलाकात सुबह हुई। सीएम ने बताया कि इस बारे में फाइल केंद्र को भेजी जा चुकी है।
सीएम योगी से मौलाना कल्बे जव्वाद की मुलाकात 30 मिनट तक चली। मुलाकात में मौलाना कल्बे जव्वाद और सीएम के बीच कई मुद्दों पर बात हुई, जिसमें मुसलमानों के पिछड़ेपन, वक्फ संपत्ति की बर्बादी सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विषय शामिल रहे। सीएम योगी ने मौलाना जव्वाद को विश्वास दिलाया कि उनकी मांगों पर सरकार गंभीर है और कार्रवाई करेगी।
हुसैनाबाद ट्रस्ट का मुद्दा
हुसैनाबाद ट्रस्ट की बदहाली और इस ट्रस्ट में जारी भ्रष्टाचार की जांच के लिए भी मौलाना कल्बे जव्वाद ने मांग की। मौलाना जव्वाद ने कहा कि ट्रस्ट को शिया समुदाय के हवाले किया जाए ताकि भ्रष्टाचार पर काबू पाया जा सके। ट्रस्ट की आय शियों के कल्याण व विकास पर खर्च की जा सके।
फर्जी मुकदमे वापस हों
मौलाना जव्वाद ने प्रदेश की अखिलेश सरकार में शिया युवाओं पर दर्ज किए गए फर्जी मुकदमों का ज़िक्र बी सीएम योगी से किया। इस संबंध में उन्होंने कहा कि सपा सरकार में शिया युवाओं पर जो झूठे और फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं, उन्हें खत्म किया जाए। सीएम ने उन्हें इस पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।