जमशेदपुर, झारखंड
इस खबर की शुरुआत कहा से की जाए। खून से लथपथ लाशों से या फिर कुछ घंटे पहले ज़िंदगी की भीख मांगते इंसान से। ये कैसी भीड़ है जो न देखती है, न सुनती है और न ही बात करती है। इसके सर पर मौत सवार है। ये कौन लोग हैं। ये 21वीं सदी से मशीनी युग के लोग हैं या फिर जंगली और खुंखार जानवर….
मामला राजनगर और बागबेड़ा थाना क्षेत्र का है जहां जुमेरात को बच्चा चोरी का आरोप लगाते हुए छह लोगों की वेहसियाना हत्या कर दी गयी। राजनगर में जहां सुबह तीन लोगों की हत्या की गयी। वहीं बागबेड़ा थाना क्षेत्र में रात नौ बजे तीन लोगों की हत्या की गयी। एक महिला बुरी तरह घायल है। दोनों जगहों पर भीड़ ने पुलिस को भी मारा-पीटा। इससे एक दर्जन से अधिक पुलिसवाले घायल हो गये। वारदात के बाद बड़े अधिकारी इलाके का चक्कर लगा रहे हैं। सुरक्षा बल भारी संख्या में तैनात किए गए हैं लेकिन क्या वो वापस लौटेंगे जिनका इंतज़ार उनके घर वाले कर रहे हैं।
राजनगर की घटना
राजनगर के शोभापुर और पदनामसाई गांव में बच्चा चोरी करने का आरोप लगने के बाद वहसी भीड़ ने तीन लोगों की हत्या कर दी। ग्रामीणों की पिटाई से लहूलुहान मो नईम लोगों से जान बख्शने की भीख मांगता रहा। लेकिन वहसी भीड़ ने नईम को मौत के घाट उतार कर दम लिया। इसके साथ ही सेराज खान और सज्जू की भी वहसी भीड़ ने हत्या कर दी। एक शख्स शेख हलीम अभी भी गायब है पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इसके साथ ही जैनुल हक, जसमुन, अजीजुल, अब्दुल हाई, मो मुर्तजा के घर पर तोड़फोड़ की गई।
आतंक के वो तीन घंटे
बच्चा चोरी करने वाले लोगों को छुपाने के आरोप में राजनगर के दर्जनों गांव के वहसी लोग इकठ्ठा हुए। वे शोभापुर पहुंचे और वहां पहुंचने पर शोभापुर के लोगों से कथित बच्चा चोरों को सौंपने की मांग की। एक घंटे इंतजार करने पर भीड़ उग्र हो गयी और कई घरों पर हमला कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस से मोहम्मद को नईम को सौंपने की मांग की। पुलिस ने इससे इनकार कर दिया तो वहसी भीड़ ने पुलिस का कड़ा रुख देखकर पुलिस पर हमला कर दिया। इसी दौरान भीड़ के भय से भागने के प्रयास में मो नईम लोगों के हत्थे चढ़ गया। ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से उसकी पिटायी कर दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। भीड़ ने गांव में उपद्रव जारी रखा। वे करीब तीन घंटे तक मुसलमानों के घरों में घुस-घुसकर तोड़फोड़ मचाते रहे। उनके सामानों को निकालकर आग लगा दी।
बागबेड़ा की घटना
बागबेड़ा थाना क्षेत्र के नागाडीह क्षेत्र में बच्चा चोर के संदेह में ग्रामीणों ने जुमेरात की रात तीन वहसी लोगों की भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला और एक महिला को घायल कर दिया। बंधक बनाये लोगों को बचाने आयी पुलिस पर भी लगभग दो हजार ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। जिसमें डीएसपी विमल कुमार और एक दर्जन जवान घायल हो गये। पथराव में डीएसपी की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गयी है। दो मृतकों के पास से मिले आधार कार्ड के आधार पर उनकी पहचान हुई है। मृतक उत्तम कुमार वर्मा नया बाज़ार जुगसलाई का रहनेवाला था। दूसरा मृतक गंगेश गुप्ता मकान संख्या 123, गोवर्धन के पास थाना बागबेड़ा निवासी था। तीसरे मृतक की पहचान नहीं हो पायी है। घायल महिला भी अपनी पहचान नहीं बता पायी। उसकी उम्र 60 वर्ष से ज्यादा है।
कानून का डर खत्म
वहसी भीड़ को देखकर लगता था कि उनको कानून का कोई डर नहीं है। वो सिर्फ लोगों को मौत के घाट उतारना चाहती है। पुलिस बल दोनों जगह मौजूद था लेकिन वह असहाय बना रहा। राज्य में बीजेपी की सरकार है और वो राम राज्य लाने की बात कह कर सत्ता में आई है।