इलाहाबाद, यूपी
प्रदेश में नई सरकार का स्लॉटर हाउस को बंद करने का फैसला दलित और मुसलमान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। प्रदेश की योगी सरकार का फैसला सिर्फ सिर्फ एक वर्ग विशोष को कुस करने के लिए किया गया है। ये बातें एमआईएम के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कही। ज़िले के अटाला और नैनी स्लाटर हाउस को खुलवाने के लिए कलेक्ट्रेट ऑफिस पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सीएम योगी को संबोधित 5 सूत्री ज्ञापन डीएम को सौंपा गया। प्रदर्शन के दौरान सरकार विरोधी नारेबाजी की गई।
पार्टी के पूर्व ज़िलाध्यक्ष मसूद आलम ने कहा जब से उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी है तब से दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर जुल्म ज़्यादती काफी बढ़ गई है। प्रदेश सरकार ने बिना जांच किए स्लॉटर हाउस बंद कर दिए जिससे हज़ारों लोग बेरोजगार हो गए। सरकार ने अगर जल्द ही स्लॉटर हाउस का ताला नहीं खोला गया तो एमआईएम के कार्यकर्ता क्रमिक अनशन पर बैठेंगे।
ज़िला सचिव शादाब अली एडवोकेट ने कहा प्रदेश की बीजेपी सरकार में स्लॉटर हाउस बंद कर दलित मुसलमानों पर अत्याचार का काम किया है। अब मुसलमानों की रोजी रोटी पर भी हमला हो रहा है। इस दौरान ज़िलाध्यक्ष चौधरी इब्राहिम, पूर्व मंडल अध्यक्ष सलाउद्दीन, नगर अध्यक्ष अफसर महमूद, कोषाध्यक्ष डॉक्टर कुरैश जाफरी, ज़िला संयुक्त सचिव मौलाना अनीस इदरीसी, शादाब अली, मुजीब रहमान, आरिफ इकबाल, यूथ ज़िलाध्यक्ष इस्तेखार अहमद, मोहम्मद समी मोहम्मद शैफी समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।