रियाद, सऊदी अरब
देश में रह रहे लाखों खारजीयों के लिए बुरी खबर है। सूत्रों की माने तो जल्द के अनुसार सऊदी सरकार देश में कई तरह के नए टैक्स लागू करने जा रही है। इनमें सबसे ज़्यादा खान-पीने की चीजें शामिल है। सऊदी सरकार ये टैक्स खारजीयों के साथ अपने नागरिकों पर भी लागू करेगी। आर्थिक खसारे से जूझ रही सरकार ने इससे निकलने के रास्ते को तौर पर ये टैक्स लगाने का पैसला किया है।
सऊदी सरकार ने इसके लिए तैयारी के तौर पर कई तरह सर्वे और आर्थिक रिपोर्ट के आधार पर काम कर रही है। सरकार नए करों और ज़रूरत की चीजों पर ये टैक्स इस साल के दिसंबर में लगाए जाने के संकेत दिए हैं। सऊदी अरब की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी सरकार कीमतें बढ़ाने के साथ नई टैक्स नीति 2020 भी लागू करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। इसमें दूसरे देशों से आए लोगों पर टैक्स लगाने का प्रावधान किया गया है।
सूदी सरकार विदेशों से आए लोगों की जमापूंजी पर 2017 में ही कटौती करने का विचार कर रही है। मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि सऊदी अरब में ज़रूरत की चीज़ों के दामों में उछाल टैक्स की वजह से आए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल दूसरी तिमाही में कोल्ड ड्रिंक्स की कीमतों मे 50 फीसदी और दूसरे तरह की इनर्जी ड्रिंक और जूस में कम से कम 100 फीसदी दाम बढ़ाए जाएंगे। इसके साथ ही पीने के पानी की कीमत भी तीसरी तिमाही में बढ़ाई जाएगी। यहीं नहीं सरकार ने डीजल और पेट्रंल की कीमतों में 30 फीसदी और बिजली की कीमतों को भी बढ़ाने का फैसला किया है।
साल 2018 की पहली तिमाही में भी सामान की कीमतों मे 5 फीसदी बढ़ाएं जाएंगे और साल 2020 में मजदूरी और इंकम पर लगाए गए टैक्स को दोबारा लागू किया जाएगा। सऊदी अरब सरकार ने आर्थिक संकट से निपटने के लिए सिर्फ अपने नागरिकों पर ही टैक्स नहीं लगाया है बल्कि दूसरे मुल्कों से काम करने आए लोगों पर भी भारी टैक्स लागू करने जा रही है। सऊदी अरब में आर्थिक संकट की वजह एक तरफ यमन से लड़ाई है तो दूकरी तरफ सीरिया संकट में भी सरकार विरोधियों की मदद कर रही है।