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22 Nov 2024, Fri

मुसलमानों के लिए न भूलने वाला दिन है 6 दिसंबर: एमआईएम

फरियाद मेकरानी

संतकबीरनगर, यूपी
6 दिसंबर 1992 की तारीख मुसलमानों को न भूलने वाली तारीख है, क्योंकि इसी दिन हिंदुत्वादी संगठनों ने बाबरी मस्जिद को शहीद कर दिया था। बाबरी मस्जिद के दोबारा निर्माण की अनुमति मुसलमानों की तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा किए गए वादे के अनुसार दी किए जाए। ये बातें खलीलाबाद विधान सभा से एमआईम के उम्मीदवार हाजी तफसीर खान ने की।

पार्टी के ज़िलाध्यक्ष इरशाद आलम ने कहा कि देश का हर सच्चा नागरिक हिंदूवादी संगठनों की इस शर्मनाक हरकत का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि पार्टी इसका हमेशा विरोध करती रहेगी। पार्टी की तरफ से इन नेताओं के साथ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य समीर सिद्दीकी और तमाम कार्यकर्ताओं ने 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन ज़िलाधिकारी को दिया।

गोरखपुर में बाबरी मस्जिद के शहादत दिवस पर एमआईएम कार्यकताओ ने ज़िलाधिकारी कार्यालय पर ज़ोरदार प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा। इस ज्ञापन में कार्यकर्ताओं ने 5 सूत्री मांग में बाबरी मस्जिद को शहीद करने वालों में शामिल संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।

इसके साथ ही आरोपितों को गिरफ्तार करने, बाबरी मस्जिद की जमीन मुसलमानों को सौंपने की मांग की गई है। ज्ञापन में बाबरी मस्जिद का दोबारा निर्माण कराने की मांग की गई है। ज्ञापन ज़िलाध्यक्ष शहनवाज कुरैशी, महानगर अध्यक्ष मिर्ज़ा फहद बेग, आरिफ खान, फरहान समेत कई लोग मौजूद थे।

महाराजगंज ज़िले में ज़िलाध्यक्ष सरवर खान, फरेंदा विधान सभा प्रत्याशी उपेंद्र सिंह ने महराजगंज यूनिट की तरफ से बाबरी मस्जिद के पुनः निर्माण के लिए ज़िलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा। इन नेताओं ने बाबरी मस्जिद शहादत में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के साथ उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की।