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23 Oct 2024, Wed

नजीब मामले पर कब बोलेंगे सीएम अखिलेश साहब: इमरान प्रतापगढ़ी

लखनऊ, यूपी

संदिग्घ हालात में गायब हुए नजीब के मामले में सीएम अखिलेश चुप्पी पर शायर इमरान प्रतापगढ़ी हैरान हैं। इमरान प्रतापगढ़ी का कहना है कि नजीब यूपी का रहने वाला है और युवा सीएम अखिलेश से उन्हें उम्मीद है कि वह जल्द ही इस मामले पर दखल देंगे और नजीब की मां को इंसाफ दिलाने में मदद करेंगे। मालूम हो कि नजीब अहमद यूपी के बदायूं का रहने वाला है और उसने जेएनयू में एडमिशन लिया था।

अपनी बेबाक राय और करेंट इश्यू पर शायरी करने वाले इमरान प्रतापगढ़ी लगातार नजीब अहमद के मामले में मदद कर रहे हैं। इमरान प्रतापगढ़ी ने पीएनएस न्यूज़ एजेंसी से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि पिछले करीब एक महीने से लापता नजीब अहमद की तलाश में मां, बहन और परिवार के लोग दर-दर भटक रहे हैं। दिल्ली में उन्हें इंसाफ मिलने के बजाए उनका लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। शांति प्रदर्शन करने पर भी दिल्ली पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेती है और अलग-अलग थाने का चक्कर लगाती है।

इमरान प्रतापगढ़ी ने पीएनएस से कहा कि जेएनयू के छात्र नजीब अहमद के मामले में केंद्र सरकार का रवैया बेहद ही शर्मनाक है। दूसरी तरफ केंद्र के अधीन दिल्ली पुलिस कार्रवाई करने की जगह सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस निकम्मी है। नजीब के परिवार वालों ने जिन 12 विद्यार्थी परिषद के सदस्यों के खिलाफ तहरीर दी थी उन्हें पुलिस ने अब तक गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस ने सिर्फ खानापूर्ति की और आरोपियों को संदेह का लाभ देकर बाहर कर रही है।

इमरान प्रतापगढ़ी ने इस मामले पर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मैंने जैसे ही सीएम केजरीवाल को ट्वीट किया उन्होंने फौरन उसका जवाब दिया और वो नजीब की मां की गिरफ्तारी के खिलाफ थाने तक गए। इमरान ने कहा कि केजरीवाल ने इस लड़ाई में पूरा साथ देने का वादा किया है।

युवाओं में लोकप्रिय शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि जेएनयू के छात्रों ने जिस तरह से इस लड़ाई को आगे बढ़ाया है वह काबिले तारीफ है। दिल्ली पुलिस लगातार उनके साथ बुरा बर्ताव कर रही है, यहां तक कि लड़कियों को भी पीटा जा रहा है लेकिन जेएनयू के छात्र पीछे नहीं हटे हैं। शायर इमरान ने कहा कि वह जेएनयू के इस जज़्बे को सलाम करते हैं।

शायर इमरान ने कहा कि बदायूं के सांसद धर्मेंद्र यादव को उन्होंने फोन करके नजीब के बारे में बताया तो वो और राज्य सभा सांसद जावेद अली सिद्दीकी नजीब की मां और परिवार के साथ उप राज्यपाल नजीब जंग से मिले। इसके साथ ही कई लोग इस मामले में मदद कर रहे हैं।

इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि उन्होंने 22 अक्टूबर को जामिया के मुशायरे में नजीब का मुद्दा उठाया और एक नज़्म उनके लिए पढ़ी। ये नज़्म यू-ट्यूब पर जैसे ही लोड हुई सिर्फ तीन दिन में 3 लाख लोगों ने इसे देखा। दरअसल ये सिर्फ नजीब की मां का दर्द नहीं है बल्कि हर मां का दर्द है। उन्होंने कहा कि ये नज़्म एक नारा बन गई है।