लखनऊ, यूपी
केंद्र की मोदी सरकार आरएसएस की कठपुतली बन गई है। पीएम नरेंद्र मोदी आरएसएस के इशारे पर ही काम कर रहे हैं। एक तरफ जहां पूजीपतियों के हाथ मज़बूत किए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ अल्पसंख्यकों, पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों में भय का माहौल पैदा किया जा रहा है। ये बातें यूपी इत्तेहाद फ्रंट के लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में फ्रंट के कोऑर्डिनेटर प्रो सुलेमान ने कही।
प्रो सुलेमान ने कहा कि मूलरूप से यूपी में इत्तेहाद फ्रंट का गठन किया गया है ताकि देश में धार्मिक साम्प्रदायिकता, पूंजीवाद और मीडिया के गठजोड़ से पैदा हुई गलत राजनैतिक और सामाजिक वातावरण पर रोक लगाई जाए। इसके साथ ही धर्मनिरपेक्ष राजनैतिक और सामाजिक परिवर्तन के लिए काम किया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार आतंकवाद का भय दिखाकर अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़ों के खिलाफ माहौल तैयार कर रही है।
सुलेमान ने कहा कि प्रदेश की समाजवादी सरकार के कार्यकाल में दर्जनों दंगे हुए। प्रदेश में अल्पसंख्यकों, दलितों पर खूब अत्याचार किया गया। दूसरी तरफ समाजवादी सरकार सिर्फ अपने राजनैतिक और पारिवारिक लाभ के लिए काम कर रही है। सपा सरकार आर्थिक विकास, कानून व्यवस्था स्थापित करने और सामाजिक समन्वय बनाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। प्रदेश में सांप्रदायिक शक्तियां लगातार फन उठाए खड़ी हैं और धार्मिक अल्पसंख्यकों का जीना मोहाल हो गया है।
कार्यक्रम में मौजूद परचम पार्टी के अध्यक्ष सलीम पीरज़ादा ने कहा यूपी इत्तेहाद फ्रंट के सभी 10 घटक दल एक साथ होकर साम्प्रदायिकता, अराजकता और सामाजिक असहिष्णुता के के खिलाफ काम करेंगे और चुनाव में उतरेंगे। इसके साथ ही समान विचारधारा वाले वास्तविक धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ गठबंधन करेंगे।
कार्यक्रम में यूपी इत्तेहाद फ्रंट में शामिल अवामी विकास पार्टी, अम्बेडकर समाज पार्टी, इण्डियन नेशनल लीग, नेशनल लोकतांत्रिक पार्टी, नेशनल लोकमत पार्टी, परचम पार्टी ऑफ इण्डिया, समाजवादी जनता पार्टी, वेलफेयर पार्टी ऑफ इण्डिया, नवभारत निर्माण पार्टी शामिल रही।