नई दिल्ली
केंद्र सरकार ने अब अपना फोकस मुसलमानों की तरफ किया है। इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने मुसलमानों को जोड़ने के लिए एक नई पहल की है। इसके तहत सरकार मुसलमानों तक पहुंचकर उनकी बात सुनेगी और समस्याओं के समाधान के लिए हर तरह की कोशिश करेगी।
केंद्र सरकार ने इसकी तैयारी पूरी तरह से कर ली है। सरकार जुमेरात से हरियाणा के मेवात ज़िले से इसकी शुरुआत करने जा रही है। अगले तीन से चार साल में सरकार 100 से ज़्यादा जगहों पर मुसलमानों के बीच जाकर पंचायत करेगी। इन पंचायतों में राज्य और केंद्र सरकार के मंत्र और अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। केंद्र सरकार की कोशिश है कि वह ज़्यादातर समस्याओं का समाधान ऑन स्पाट दे। इस पंचायत का समापन राजधानी दिल्ली में अंत्योदय समागम के रूप में होगा। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी के मौजूद रहने की पूरी उम्मीद है।
दरअसल रविवार को केरल के कोझिकोड में बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मुसलमानों को न पुरस्कृत करें और न ही तिरस्कृत करें, बल्कि उनका परिष्कार करें। उन्हें न वोट की मंडी का माल और न ही घृणा की वस्तु समझें, उन्हें अपना समझें।’ पीएम नरेंद्र मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय का उल्लेख करते हुए कहा कि पंडित जी कहते थे कि मुस्लिमों को केवल वोट बैंक नहीं समझा जाना चाहिए।