मुरादाबाद, यूपी
देश की आज़ादी में अहम रोल निभाने के बाद भी मुसलमानों को सिर्फ धोखा मिला है। आज़ादी के 70 साल गुज़र गए और मुसलमानों की स्थिति पहले से बदतर हो गई। ये बाते एमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कही। वो ज़िले के डींगरपुर गांव में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। सभा का आयोजन एमआईएम की ज़िला यूनिट ने किया था।
एमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि केंद्र में बीजेपी और कांग्रेस की सरकारों में मुसलमानों को कभी उनका हक नहीं दिया। आज़ादी के सत्तर सालों में मुसलमानों की स्थिति कमज़ोर होती गई। सरकारी नौकरियों में मुसलमानों की तादाद घटते-घटते एक फीसदी रह गई। वहीं कांग्रेस आज फिर मुसलमानों को बहकाने की कोशिश में हैं।
प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि प्रदेश में सपा और बीएसपी की सरकारों ने भी मुसलमानों को धोखा दिया है। सपा ने चुनाव में मुसलमानों को 18 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया था लेकिन आज तक वह वादा पूरा नहीं किया दिया। यहीं नहीं अपने मेनिफेस्टों में कई और वादे सपा ने किए थे लेकिन एक भी पूरे नहीं हुए।
शौकत अली ने कहा कि केंद्र सरकार ने मुसलमानों की स्थिति जानने के लिए सच्चर कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने मुसलमानों की आर्थिक और शैक्षिक स्थिति के बहुत ही कमज़ोर बताते हुए आरक्षण देने की सिफारिश की थी लेकिन सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को यूपीए सरकार ने कूड़ेदान में डाल दिया गया।
यूपी के कैबिनेट मंत्री आज़म खां के बारे में शौकत अली ने कहा कि वह सिर्फ डायलॉग बोलना जानते हैं, कभी मुसलमानों के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया। कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली के घोटालों को छिपाने के लिए कांग्रेस ने 80 साल की शीला दीक्षित को यूपी भेज दिया। मुसलमानों के बीच इत्तेहाद की बात करते हुए शौकत अली ने कहा कि इत्तेहाद कायम होना चाहिए और हम एक दूसरे की मदद करें।
इस मौके पर पार्टी के मंडल अध्यक्ष बाबू आलम, ज़िलाध्यक्ष सैय्यद इशरत अली, विधान सभा क्षेत्र अध्यक्ष मोहम्मद जीलानी पाशा, कैलाश कुमार गौतम, शाहनवाज़, मोहम्मद रेहान समेत कई लोग ने सभा को संबोधित किया। जनसभा में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद थे।
पश्चिम यूपी में कई ज़िलों में रैली करेंगे एमआईएम प्रदेश अध्यक्ष