मेरठ, यूपी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए की ओर से हाल ही हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए मुस्लिमों के पक्ष में बयान एमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने बयान दिया था। सांसद ओवैसी के खिलाफ अब एफआईआर दर्ज करने की अर्जी दी गई है। ओवैसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए मेरठ के एक वकील ने अदालत में याचिका भी लगाई है। वहीं सांसद योगी आदित्यनाथ ने ओवैसी पर पलटवार किया है। दूसरी तरफ जेडीयू और बीजेपी ने एक सुर में ओवैसी की गिरफ्तारी की मांग की है।
असदुद्दीन ओवैसी का बयान
दरअसल एनआईए ने 3 दिन पहले हैदराबाद से आईएस के संदिग्ध का आरोप लगाकर 5 मुसलमानों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से गिरफ्तार मुसलमानों के परिवार वालों ने मुलाकात की थी औऱ इन्हें बेकसूर बताया था। इसके बाद सांसद ओवैसी ने इन्हें कानूनी सहायता मुहैया कराने का एलान किया था।
एफआईआर के लिए याचिका
सांसद ओवैसी के इसी बयान के विरोध में मेरठ में एक अधिवक्ता ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए अदालत में वाद दायर किया है। इस पर अगली सुनावाई 6 जुलाई को होगी। मेरठ के वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल बक्शी की तरफ से ऐसीजेएम चतुर्थ कोर्ट में वाद दायर किया गया है। उन्होंने बताया कि अखबारों में उन्होंने ओवैसी के बयानों को पढ़ा है। इसमें उन्होंने कहा कि हैदराबाद में 3 दिन पहले गिरफ्तार किए गए 5 संदिग्ध लोगों को वह क़ानूनी सहायता उपलब्ध कराएंगे। ओवैसी की इसी बयान के विरोध में उन्होंने विभिन्न धाराओं में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए 156/3 में वाद दाखिल किया है। जिसे अदालत ने स्वीकृत करते हुए संबंधिन थाने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
योगी का बयान
गोरखपुर से सांसद योगी ने कहा कि एनआईए ने जब किसी पर कोई मामला होगा तभी गिरफ्तार किया होगा। मुझे लगता है कि चाहे वह ओवैसी हों या फिर कोई और हो, उसे इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी समाज विरोधी, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। योगी ने कहा कि एक तरफ आप कहते हैं कि आतंकवाद का कोई जाति मजहब नहीं होता है वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोगों का प्रश्रय देते हैं जो कि गलत है। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को आघात पहुंचता है।