जौनपुर, यूपी
जौनपुर सदर से समाजवादी पार्टी ने मोहम्मद जावेद सिद्दीकी को अपना उम्मीदवार एलान किया है। पार्टी से प्रदेश कार्यालय लखनऊ में इस बार का एलान पार्टी प्रदेश महासचिव और कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने किया। समाजवादी पार्टी ने 2017 के लिए उम्मीदवार घोषित किया। पार्टी ने 143 सीटों पर नामों का एलान किया। जिन सीटों पर नामों का एलान हुआ है पार्टी को 2012 के चुनाव में इन सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। इन उम्मीदवारों को पहले से ही तैयारी करने की लिए टिकट दिया गया है।
समाजवादी पार्टी ने जौनपुर सदर सीट के लिए पहले ही किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देने की संकेत दिया था। इस सीट पर रिकार्ड 29 उम्मीदवारों से पार्टी हाईकमान से टिकट मांगा था। इनमें पार्टी के महासचिव मोहम्मद अरशद खान, एडवोकेट मोहम्मद आज़म ख़ान, अफ़ज़ाल अहमद, अबु तालिब, अब्दुल कादिर, आरिफ हबीब, हिसामुदीन, सैयद उरुज़ का नाम प्रमुख रूप से शामिल था। इसके अलावा पूनम मौर्या, कलीम अहमद, महावीर यादव ने भी जौनपुर से टिकट मांगा था।
पार्टी ने कमान ने अभी कुछ दिन पहले ही राज्य सभा सांसद जावेद अली के नेतृत्व में एक टीम को जौनपुर भेजा था। इस टीम ने सभी पक्षों से मुलाकात की और अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को दी थी। हाई कमान टीम के सामने कुछ लोगों ने अपने मंत्रियों के खिलाफ नारेबाज़ी की थी।
जौनपुर सदर से उम्मीदवार बनाए गए मोहम्मद जावेद सिद्दीकी भदेठी गांव के रहने वाले हैं। जावेद सिद्दीकी का सिंगापुर में व्यवसाय है। वे पिछले 10 साल से राजनीति में हैं और लगातार टिकट के लिए प्रयास कर रहे थे। इससे पहले जावेद सिद्दीकी ज़िला पंचायत के सदस्य का चुनाव लड़ चुके हैं। उस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
जावेद सिद्दीकी ज़िले के कद्दावर मंत्री पारसनाथ यादव के करीबी माने जाते हैं। सपा सूत्रों के मुताबिक उन्हें मंत्री पारसनाथ यादव से काफी मदद मिली। जावेद सिद्दीकी के पास चुनाव की तैयारियों को लेकर काफी समय हैं लेकिन एक बात तो साफ हैं उन्हें सपा के भीतर ही कई गुटों से तालमेल बिठाना पड़ेगा। ये उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
मालूम हो कि मौजूदा समय में कांग्रेस के नदीम जावेद यहां से विधायक हैं। जौनपुर सदर सीट पर बीएसपी भी एक बड़ी दावेदार है। पार्टी ने फिलहाल उम्मीदवार घोषित कर खा है लेकिन पार्टी के सूत्रों के मुताबिक यहां से बीएसपी अपना उम्मीदवार बदलेगी।
कुल मिलाकर जौनपुर सीट पर तगड़े मुकाबले की उम्मीद की जा सकती है। यहां हारजीत का फासला बहुत कम रहने की उम्मीद है।