गाजीपुर, यूपी
कौमी एकता दल के नेता और पूर्व प्रधान ब्रह्मेश्वर उपाध्याय की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्होंने कोटेदार के खिलाफ धांधली की शिकायत की थी। इसी शिकायत की कीमत उन्हें अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
गाज़ीपुर के भांवरकोल थाना क्षेत्र के रेणमार गांव के पूर्व प्रधान ब्रह्मेश्वर उपाध्याय सुबह अपने खेतों में सिंचाई कर रहे थे। तभी कोटेदार का पुत्र अभिषेक उपाध्याय अपने तीन साथियों के साथ खेत पर पहुंचा और उनसे वाद-विवाद करने लगा। इसके बाद अभिषेक ने एक के बाद एक कर ताबड़तोड़ चार गोलियां ब्रह्मेश्वर उपाध्याय पर दाग दी। आसपास मौजूद ग्रामीणों के ललकारने पर कोटेदार का बेटा अपने साथियों के साथ असलहा लहराते फरार हो गया।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ग्रामीणों औऱ परिजनों की मदद से लहूलुहान पूर्व प्रधान को लेकर गाजीपुर ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डाक्टरों ने हालत नाजुक देखकर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। परिजन और पुलिस पूर्व प्रधान को लेकर वाराणसी के एक निजी अस्पताल पहुंची लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। अस्पताल में डाक्टरों ने ब्रह्मेश्वर उपाध्याय को मृत घोषित कर दिया। ब्रह्मेश्वर उपाध्याय की उम्र 76 साल की थी। वह कौमी एकता दल से जुड़े हुए थे और विधायक मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी थे।
गाज़ीपुर पुलिस अधीक्षक के मुताबिक पूर्व प्रधान ने कोटेदार की शिकायत ज़िला प्रशासन से की थी। इसी को लेकर कोटेदार भड़का था। कोटेदार पुत्र और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित कर दी गई है। खबर लिखे जाने तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।