नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी 30 मार्च से तीन देशों की यात्रा पर जा रहे हैं। पीएम मोदी इस यात्रा में 2 अप्रैल को सऊदी अरब जाएंगे। मौजूदा समय में ईरान के साथ सऊदी अरब के संबंधों के तनाव के बीच पीएम मोदी की रियाद यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
सऊदी अरब भारत के लिए सबसे बड़ा तेल निर्यातक है। मोदी की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते भी होंगे। मोदी 30 मार्च को बेल्जियम में होने वाले भारत-यूरोपीय यूनियन समिट में शामिल होंगे। उसके बाद वाशिंगटन में न्यूक्लियर स्टेट समिट में हिस्सा लेंगे। जहां वो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ से मिल सकते हैं। पठानकोट एयरबेस पर हमले के बाद भारत-पाक सम्बंधों में एक बार फिर तल्खी आ गयी थी।
न्यूक्लियर समिट से लौटते वक्त पीएम मोदी 2 अप्रैल को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में रुकेंगे। इस दौरान वो सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ से मुलाकात करेंगे और कई सामरिक मसलों पर चर्चा करेंगे। इस दौरान कई समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।