लखनऊ, यूपी
एमआईएम ने सीएम आवास तक पैदल मार्च करने का एलान दो हफ्ते पहले किया था। पार्टी ने इसके लिए तैयारियां भी की थी। आज पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश संयोजक शौकत अली के नेतृत्व में शहर के केडी सिंह स्टेडियम के पास जमा हुए। मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल ने एमआईएम के कार्यकर्ताओं को वही रोक लिया। शौकत अली के साथ कार्यकर्ता सड़क पर वहीं बैठ गए। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने आकर ज्ञापन लिया और मार्च समाप्त हो गया। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने शुकून ने सांस ली।
सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
एमआईएम के कार्यकर्ताओं के जमा होने से पहले ही स्टेडियम के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैतान किया गया था। फायर ब्रिगेड को भी लगाया गया था। गिरफ्तारी के लिए बसों का इंतज़ाम किया गया था। पुलिस बल हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी के साथ मौजूद था। दरअसल पुलिस को आशंका थी कि पार्टी के कार्यकर्ता जबरदस्ती मार्च निकाल सकते हैं।
महिलाओं की भागीदारी
पार्टी की तरफ से पैदल मार्च के मौके पर महिलाओं की तादाद भी काफी रही। महिलाएं मागों के समर्थन में अपने हाथ में तख्तियां लिए हुए थी। मार्च खत्म होने के बाद शौकत अली ने महिला कार्यकर्ताओं से अलग से मुलाकत करके शुक्रिया अदा किया।
मीडिया का जमावड़ा
एमआईएम के पैदल मार्च पर मीडिया का जमावड़ा लगा रहा। प्रिंट, न्यूज़ चैनल और वेब मीडिया के लोग काफी संख्या में मौजूद रहे। दरअसल उम्मीद की जा रही थी कि एमआईएम कार्यकर्ता पुलिस के रोके जाने का विरोध करेंगे।
कानपुर के नसीरूद्दीन
कानपुर से आए नसीरुद्दीन पर जब नज़र पर तो उनसे पीएनएस ने बात की। करीब 60 साल के नसीरुद्दीन पैदल मार्च में आएं थे। वजह पूछने पर कहते हैं कि परिवार लोग पार्टी से जुड़े हैं इस लिए आएं है। एमआईएम से क्यों जुड़े इस सवाल पर कहते हैं कि यूपी में कांग्रेस, बीएसपी, सपा के साथ रहे, क्या मिला। कम से कम एमआईम के नेता हमारी आवाज़ तो उठाते हैं। आवाज़ उठाने से क्या फायदा होगा इस सवाल पर तुरंत जवाब देते हैं कि अब तक क्या मिला, हमारे हालात तो पहले जैसे ही हैं।