पटना, बिहार
चुनाव आयोग की एक उच्चस्तरीय टीम दो दिन के दौरे पर बिहार में है। आयोग की टीम 18 और 19 अक्टूबर को बिहार में रही। इस टीम का नेतृत्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ नसीम ज़ैदी कर रहे हैं। आयोग ने पटना में बैठक करके बिहार चुनाव की समीक्षा की और तैयारियों का जायज़ा लिया।
चुनाव आयोग की उच्चस्तरीय टीम में मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ नसीम ज़ैदी, चुनाव आयुक्त ए के ज्योति और ओम प्रकाश रावत शामिल है। इसके अलावा आयोग के कई अन्य प्रमुख अधिकारी भी दौरे में शामिल है। आयोग की टीम मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार, गृह सचिव और नोडल पुलिस पदाधिकारी से चुनाव तैयारियों की जानकारी हासिल की। पटना में आयोग से कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की।
जेडीयू की शिकायत
जेडीयू के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात करके सुरक्षा बलों की शिकायत की। जेडीयू का कहना था कि केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान और अधिकारी उसके मतदाताओं को बेवजह परेशान कर रहे हैं। जेडीयू ने पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान की भी शिकायत की जो खुलेआम चुनावी सभाओं में मतदाताओं के बीच मुफ्त गैस कनेक्शन बांटने का लालच दे रहे हैं। जदयू के प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य और अनिल हेगड़े ने आयोग से कहा कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
बीजेपी की शिकायत
बीजेपी ने सीएम नीतीश कुमार पर अपने पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। बीजेपी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है कि सीएम नीतीश कुमार विधान सभा चुनाव में अपने प्रभाव वाले अधिकारियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। यही वजह है कि पीएम मोदी की चुनावी सभाओं की अनुमति देने में कई जिलों के डीएम आनाकानी कर रहे हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय और पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री अनिल जैन के नेतृत्व में बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने नसीम जैदी को अपना ज्ञापन सौंपा है। बीजेपी के मुताबिक कैमूर के डीएम ने वहां पीएम की चुनावी सभा में अड़ंगा लगाया और अब बक्सर के डीएम भी ऐसा ही कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं ने नालंदा में एक विशेष पर्यवेक्षक की तैनाती की भी मांग की है।
आरजेडी की शिकायत
आरजेडी के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल भी मुख्य चुनाव आयुक्त से मिला। नेताओं ने बीजेपी पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी दशहरा और मुहर्रम पर सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने की फिराक में है और वह इसका राजनीतिक लाभ लेना चाहती है।