लखनऊ
एमआईएम ने यूपी के पंचायत चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी ने यूपी के लिए 48 उम्मीवारों की पहली लिस्ट जारी की है। इनमें 17 ज़िलों के प्रत्याशी शामिल हैं। पहली लिस्ट में करीब 30 फीसदी हिंदू उम्मीदवारों को भी टिकट दिया गया है। पार्टी ने सबसे ज़्यादा उम्मीदवार आज़मगढ़ में उतारे हैं। इसके साथ ही एमआईएम प्रदेश में पहली बार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आज़माएगी।
एमआईएम के उम्मीदवारों की लिस्ट प्रदेश यूनिट की तरफ से जारी की गई है। लिस्ट में 17 ज़िले शामिल हैं जहां से पार्टी के उम्मीदवार मैदान में उतरेंगे। इस लिस्ट में आज़मगढ़ से सबसे ज़्यादा 10 उम्मीदावरों को टिकट दिया गया है। सहारनपुर, सुल्तानपुर, संतकबीर नगर से चार-चार उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है, जबकि मुज़फ्फरनगर, मुरादाबाद, फैज़ाबाद और लखनऊ ज़िले से तीन-तीन उम्मीदवार अपनी किस्मत आज़माएंगे। अलीगढ़, अमरोहा, सिद्धार्थनगर और बस्ती ज़िले से दो-दो प्रत्याशी मैदान में उतरेंगे। गोण्डा, हापुड़, गाज़ियाबाद, गोरखपुर, बलरामपुर ज़िलों में एक-एक उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि पार्टी उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी करेगी।
एमआईएम ने अपनी पहली लिस्ट में 30 फीसदी टिकट हिंदू उम्मीदवारों को दिए हैं। इनमें ज़्यादातर उम्मीदवार दलित और पिछड़े वर्ग के हैं। पार्टी ने पहले ही जय मीम-जय भीम नारा दिया है। पार्टी दलित, पिछड़े और मुस्लिम वोट के सहारे अच्छे रिजल्ट की उम्मीद कर रही है, इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने दलितों और पिछड़ों को मैदान में उतारा है।
एमआईएम भले ही यूपी में पहली बार चुनाव मैदान में उतर रही हो लेकिन पार्टी से टिकट मांगने वालों की तादाद कम नहीं है। पार्टी नेताओं का कहना है कि यूपी के तकरीबन सभी ज़िलों से लोग टिकट के लिए आ रहे हैं। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व कम सीटों पर चुनाव लड़कर अच्छे रिजल्ट लाने की रणनीति पर ही कायम है। इसीलिए प्रदेश यूनिट ने भी काफी मंथन के बाद कुछ ही सीटों के लिए उम्मीदवारों का चयन किया है। पार्टी के स्थानीय नेताओं का मानना है कि यूपी के पंचायत चुनाव में पार्टी कम सीटों पर चुनाव मैदान में उतरेगी और बेहतर रिजल्ट लाने की कोशिश करेगी।