लखनऊ
अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के वीसी जमीरुद्दीन शाह ने कहा है कि मुल्क में मदरसों का एजुकेशन नेटवर्क सबसे बड़ा हैं। जिस इलाके में स्कूल भी मौजूद नहीं हैं वहां मदरसे कायम हैं। जमीरुद्दीन शाह ने कहा कि दिक्कत इस बात की है कि मदरसे सिर्फ दीनी तालीम तक ही महदूद हैं।
वीसी जमीरुद्दीन शाह इतवार को लखनऊ में अवध इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मीडिया से बात कर रहे थे। ये कार्यक्रम एएमयू ओल्ड ब्यॉज एसोसिएशन लखनऊ ने उनके सम्मान में आयोजित किया था। कार्यक्रम में मीडिया से मुख़ातिब होते हुए वीसी जमीरुद्दीन शाह ने कई अहम मुद्दों पर खुलकर बात की। कार्यक्रम में ओल्ड ब्यॉज एसोसिएशन लखनऊ ने वीसी ज़मीरुद्दीन शाह को सम्मानित किया।
जमीरुद्दीन शाह ने कहा कि मदरसों में अच्छी तादाद में बच्चे पढ़ते हैं। आज के हालात को देखते हुए ज़रूरत इस बात की है कि मदरसों में दीन के साथ-साथ दुनियाबी तालीम भी दी जाए। इसी को ध्यान में रखते हुए एएमयू ने मदरसों में ब्रिज कोर्स शुरू किए हैं। इस कोर्स के ज़रिए ज़िलों के मदरसों में कंप्यूटर, साइंस और नार्मल एकेडमिक्स की पढ़ाई शुरू हुई। मुसलमानों के पिछड़ेपन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मुसलमान अपनी वजह से ही पिछड़ा हुआ है। वह आराम परस्त हो गया है।
वीसी जमीरुद्दीन शाह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मानहानि का केस किया गया है। मालूम हो कि योगी आदित्यनाथ ने एएमयू पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया था। दादरी कांड पर वीसी ने कहा कि मैं कोई राजनेता नहीं हूं लेकिन दादरी में जो हुआ उससे बुरा कुछ नहीं हो सकता। एक लड़का जो वायुसेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहा है उसी के परिवार के साथ ऐसा सुलूक नहीं होना चाहिए था।