दादरी, गाज़ियाबाद
जांच के बहाने मरहूम एखलाक के घर पहुंचे इलाके के एसडीएम ने पीड़ित परिवार वालों को धमकी दी हैं। एसडीएम ने कहा कि अगर परिवार वालों ने बीजेपी का नाम लिया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। ये खबर जैसे ही लोगों को मिली। लोगों ने एसडीएम की गाड़ी का घेराव किया। मीडिया के पहुंचने पर एसडीएम वहां से भाग निकले।
राज्य के सीएम अखिलेश यादव भले ही पीड़ित परिवार को इंसाफ देने और दोषियों को कड़ी सज़ा दिलाने की बात कर रहे हों, लेकिन उन्हीं की सरकार में इलाके के एसडीएम धमकी देने पर उतर आएं हैं। घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि जांच के बहाने स्थानीय एसडीएम पीड़ित परिवार से मिलने उसके घर आए। अकेले परिवार से मिलने के दौरान एसडीएम ने परिवार के सदस्यों को धमकी दी कि वह इस घटना में बीजेपी का नाम न ले। एसडीएम ने कहा कि अगर उन्होंने ऐसा किया तो आगे गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। ये कह कर जैसे ही एसडीएम घर से बाहर निकले परिवार वालों ने ये बातें वहां मौजूद लोगों को बताई। जैसे ही लोगों से ये पता चला, लोगों ने हंगामा शुरु कर दिया। कई लोग एसडीएम की गाड़ी के आगे लेट कर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
इस बीच मीडिया को ये जानकारी मिली। मीडिया के लोगों ने एसडीएम से जब इस बात पर सवाल किया तो वह बिना कोई जवाब दिए वहां से भाग निकले। स्थानीय लोगों ने काफी देर तक हंगामा किया। लोगों ने अधिकारियों की आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया है। इसके साथ ही लोगों ने यूपी सरकार से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। धमकी देने वाले एसडीएम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर गिरफ्तार किया जाए। साथ ही उसे नौकरी से बर्खास्त किया जाए। ऐसा न करने पर लोगों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन की धमकी दी है।