लखनऊ, यूपी
स्टेट तकमील उत्तिब कॉलेज एवं अस्पताल के पुराने कैम्पस झवाई टोला, हकीम अब्दुल अज़ीज़ रोड पर 50 बेड के यूनानी अस्पताल का निर्माण हो रहा है। इसकी वर्तमान स्थिति, विकास कार्य, क्वालिटी एवं गति को देखने के लिए सिविल सोसाइटी के सदस्यों का एक डेलीगेशन आज दिन में अस्पताल पहुंचा। डेलीगेशन में शामिल सदस्यों ने पूराने कॉलेज में अस्पताल के निर्माण कार्य का जायज़ा लिया। इसमें पुराने कैम्पस के सभी स्थलों का दौरा किया गया और वास्तु स्थिति का अवगत हुआ।
कॉलेज पुराने कैम्पस में एक 50 बेड का यूनानी अस्पताल का निर्माण चल रहा है। इसके निर्माण में कुछ दिक्कतें आ रही थी जिसकों शासन स्तर पर दूर कर लिया गया है। अस्पताल की ओपीडी, आईपीडी और प्रशासनिक भवन का निर्माण होना है। इसमें प्रशासनिक भवन का निर्माण शुरु किया गया था लेकिन अभी रुका हुआ है। डेलीगेशन ने निर्माण कार्य को जल्द पूरा होने की उम्मीद जताई है। वहीं पुराने एनाटमी विभाग वाले स्थल पर कर्मचारियों के लिए मल्टीस्टोरी आवास का निर्माण पूर्ण हो गया है। इसमें बिजली कनेक्शन को लेकर कुछ समस्या है। इसके दूर करने की मांग की गई है।
इस मौके पर डेलीगेशन का नेतृत्व कर रहे मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि ये अस्पताल ऐसी जगह पर बन रहा है जिसका तिब्बे यूनानी के इतिहास में बड़ा योगदान रहा है। यहां 1902 में यूनानी के मेडिकल कॉलेज का निर्माण हकीम अब्दुल अज़ीज़ साहब ने किया था। इस जगह पर कभी किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज के छात्र पढ़ने आते थे। ऐसे में यहां बन रहे अस्पताल से लोगों को बहुत उम्मीदें हैं। मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि अस्पताल की नई बिंल्डिग बनने की वजह से ओपीडी बंद हो गई है। ऐसे में यहां के लोगों और दूर दराज़ से आने वाले मरीज़ों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आयूष मंत्रालय से यहां पर जल्द ही ओपीडी शुरु करने की मांग की।
दौरे में मौजूद पूर्व आईएएस अनीस अंसारी ने कहा कि यूनानी निदेशालय और निर्माण कार्य में लगी कार्य़दायी संस्था के विस्तृत जानकारी लेकर इसके निर्माण कार्य को तेज़ी से संपन्न कराया जाए। साथ ही उन्होंने पुराने एनटॉमी हाल की जगह उसी पैटर्न पर एक नई बिल्डिंग का निर्माण करके उसे हकीम अब्दुल अज़ीज़ साहब की याद में एक म्यूज़ियम बनाया जाए ताकि नई पीढ़ी को उनकी खिदमात का पता लग सके।। इसके साथ ही उसमें यूनानी दवाओं को प्रदर्शित किया जाए।
डेलीगेशन में शामिल प्रतिनिधियों ने दौरे के संबंध में एक रिपोर्ट आयूष मंत्री को भेजे जाने की बात कही। सिविल सोसाइटी का डेलीगेशन करीब दो घंटे कैम्पस में मौजूद रहा। इस दौरान कैम्पस में मौजूद हकीम अब्दुल अज़ीज़ की कब्र पर डेलीगेशन दुआखानी की। इस दौरान खानदाने अज़ीज़ी से हकीम जमील अज़ीज़ से भी डेलीगेशन ने मुलाकात की।
इस दौरे में पूर्व मंत्री मोईद अहमद, वक्फ बोर्ड के पूर्व सीईओ मोहम्मद शुएब, वरिष्ठ पत्रकार डॉ अशफाक अहमद, यूनानी निदेशालय के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर डॉ आफताब हाशमी, ईशू के सचिव मोहम्मद खालिद, सोशल एक्टिविस्ट मुजतबा खान, नुडवा के अध्यक्ष डॉ मोईद अहमद, बीडीए के महासचिव डॉ नियाज़ अहमद, आईयूएफ से डॉ मुबस्शिर शामिल रहे। दौरे के दौरान कॉलेज के पूर्व छात्रों डॉ राशिद तकमीली, डॉ साहिब हुसैन, डॉ अब्दुल सलाम भी मौजूद रहे।