लखनऊ, यूपी
शहर में कई ऐसे इलाके हैं जहां बीमारियां बहुत तेजी से फैलती हैं। वहां रहने वाले लोगों तक सरकारी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसके कारण आम और ज़रूरत लोग न तो स्वास्थ्य सेवा ले पा रहे हैं और न ही निजी अस्पतालों में इलाज के लिए जा पा रहे हैं। ऐसे में इनकी ज़रूरतों को देखते हुए ज़कात एंड चैरिटेबल फाउंडेशन ने बड़ा तदम उठाया है।
ज़कात एंड चैरिटेबल फाउंडेशन की ओर से मोबाइल क्लीनिक की शुरुआत की गई है। इसका आज उद्घाटन किया गया है। इस मोबाइल क्लीनिक को शुरू करने का मकसद ये है कि मोबाइल क्लिनिक की मेडिकल टीम ऐसी झुग्गियों या पिछड़े इलाकों में पहुंचेगी और वहां के लोगों को मुफ्त में इलाज करेगी और दवा उपलब्ध कराएगी। ज़रूरत पड़ने पर नि:शुल्क चिकित्सकीय सलाह भी दी जाएगी।
ये बातें ज़कात एंड चैरिटेबल फाउंडेशन के सचिव जुबैर मलिक फलाही ने कही। उन्होंने कहा कि हमारी मेडिकल टीम अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर चिकित्सा शिविर लगाएगी जहां मुफ्त चिकित्सकीय सलाह और जांच के साथ-साथ दवाएं भी दी जाएंगी।
ज़कात एंड चैरिटेबल फाउंडेशन का मोबाइल क्लिनिक आवश्यक उपकरण और तीन चिकित्सा कर्मचारियों वाली मशीनों से सुसज्जित है। इसका उद्घाटन आज शेरवानी नगर में पूर्व आईपीएस अधिकारी व मेरठ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मंजूर अहमद ने किया। इस मौके पर विशेष रूप से मसूद अहमद, अरशद आजमी, जमात-ए-इस्लामी हिंद यूपी ईस्ट के अमीर डॉ. मलिक फैसल फलाही, सिराज अहमद खान, मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी के सचिव साबिर खान, इंजीनियर शाहिद अली, डॉ. अमजद सईद फलाही, नैय्यर इकबाल खान, एडवोकेट मुहम्मद राशिद, डॉ. सिकंदर अली इस्लाही, अर्शदुल्ला खान, डॉ. सोहेल, समीर अहमद आदि शामिल थे।