सहारनपुर, यूपी
दारुल उलूम देवबंद ने इस साल ईद-उल-अज़हा पर गाय की कुर्बानी के संबंध में किसी भी तरह की अपील या फतवा जारी करने से साफ इंकार किया है। दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी ने कहा कि पहले जारी अपील को कुछ सांप्रदायिक लोगों ने फतवे की शक्ल देकर उसका सियासी इस्तेमाल किया और दारुल उलूम को बदनाम किया।
आज जारी एक बयान में में मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक ने कहा कि दारुल उलूम ने इस साल ईद-उल-अज़हा के मौके पर गाय की कुर्बानी के संबंध में मीडिया में किसी भी तरह का बयान, अपील या फतवा जारी न करने का फैसला किया है। मौलाना मद्रासी ने कहा कि पहले दारुल उलूम हमेशा गाय की कुर्बानी न करने के संबंध में जो अपील करता रहा है, क्योंकि सरकार ने बहुत से जगहों पर गाय और उसकी नस्ल की कुर्बानी पर रोक लगा रखी है। ऐसे जगहों पर वहां के कानून का लिहाज और सम्मान रखने के लिए दारुल उलूम मुसलमानों से ये अपील जारी करता था। दारुल उलूम ने इसके लिए कभी कोई फतवा नहीं दिया था, लेकिन कुछ सांप्रदायिक लोगों ने इसे इसका सियासी इस्तेमाल किया जो सरासर गलत है।
मौलाना अब्दुल खालिक ने कहा कि देश का कोई अखबार, न्यूज चैनल या कोई और मीडिया का माध्यम गाय की कुर्बानी पर दारुल उलूम के हवाले से कोई खबर प्रसारित या प्रकाशित करता है, तो वह सरासर गलत होगी और उससे दारुल उलूम का कोई संबंध नही होगा।
Good darul ulum zindabaad