इकबाल अहमद
मुंबई
समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में मुसलमानों को आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलन शुरु करने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत आरक्षण के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान से की गई है। ये अभियान 31 अगस्त से 11 सितंबर तक चलेगा। पार्टी ने अभियान को सफल बनाने के लिए कई जगहों पर हस्ताक्षर बैनर लगाया है। कार्यक्रम की शुरुआत मुंबई/महाराष्ट्र यूनिट के पार्टी के अध्यक्ष अबु आसिम आज़मी ने बैनर पर अपने हस्ताक्षर करके किया।
समाजवादी पार्टी की मुंबई/महाराष्ट्र यूनिट ने मुसलमानों को 5 फीसदी आरक्षण देने की मांग को लेकर हस्ताक्षर शुरु किया। इसके लिए पार्टी ने कई जगहों पर हस्ताक्षर बैनर लगाया है, जहां लोग बैनर पर अपने हस्ताक्षर करके आरक्षण का समर्थन कर रहे हैं। इसके साथ ही पार्टी ने घर-घर जाकर आरक्षण के समर्थन में लोगों के हस्ताक्षर कराने का फैसला भी लिया है। मुंबई के मदनपूरा इलाके में हस्ताक्षर कैम्प का आयोजन किया गया। इसमें पार्टी के मुंबई/महाराष्ट्र के अध्यक्ष और विधायक अबु आसिम आज़मी ने हिस्सा लिया। उन्होंने हस्ताक्षर बैनर पर आरक्षण के समर्थन में अपने हस्ताक्षर किए।
अबु आसिम आज़मी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी मुस्लिम रिज़र्वेशन की लड़ाई को आगे ले जाएगी। उन्होंने कहा कि सच्चर कमेटी की सिफारिशों के बाद भी मुसलमानों को रिज़र्वेशन नहीं दिया जा रहा है, जबकि मुसलमान दलितों से भी पीछे है। अबु आसिम आज़मी ने सवाल किया कि आखिर मुसलमानों के साथ ये नाइंसाफी क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा कि रिज़र्वेशन हमारा हक है, हम इसे लेकर रहेंगे।
मालूम हो कि महाराष्ट्र की बीजेपी की गठबंधन की सरकार ने इस साल 2 मार्च को मुसलमानों को दिया गया पांच फीसदी आरक्षण रद्द कर दिया था। महाराष्ट्र सरकार ने मुस्लिम आरक्षण रद्द किए जाने संबंधी शासनादेश जारी करते हुए कहा था कि मुंबई उच्च न्यायालय के मुसलमानों को आरक्षण पर रोक लगाए जाने से इस पर जारी अध्यादेश कानूनी रूप नहीं ले सका। इसलिए मुस्लिम आरक्षण संबंधी पूर्व में जारी आदेश रद्द किया जाता है। इस आरक्षण को कांग्रेस गठबंधन की सरकार ने विशेष पिछड़ा वर्ग के तहत मुस्लिम समाज की कुछ जातियों को शिक्षा और नौकरियों में यह आरक्षण देने का एलान किया था। महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव से पहले खुद सीएम पृथ्वीराज चह्वाण ने इसका एलान किया था। इसके लिए अध्यादेश लाया गया था। पर कानूनी जामा नहीं पहनाया जा सका था।
समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र में अपनी पकड़ मज़बूत करने के लिए लगातार जनआंदोलन का सहारा ले रही हैं। पार्टी ने इससे पहले 1992-93 के मुंबई दंगों में मारे गए शहीदों के परिवारों वालों को इंसाफ दिलाने और श्रीकृष्ण आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर भी धरना-प्रदर्शन कर चुकी है। दरअसल महाराष्ट्र में एमआईएम के बढ़ते जनाधार के देखते हुए पार्टी नई रणनीति के तहत जनआंदोलन करके जनता के बीच अपनी पकड़ को मज़बूत रखना चाहती है।