Breaking
21 Nov 2024, Thu

अगस्त क्रांति दिवस पर तारिक सिद्दीकी समेत सैकड़ों कांग्रेसी हिरासत में

TARIQ SIDDIQUI CONGRESS PROTEST AND ARREST 1 090821

लखनऊ, यूपी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के आह्वान पर 9 अगस्त को विभिन्न मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों कांग्रेसियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। महँगाई, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, किसानों की समस्या बिगड़ती कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के खिलाफ आज पूरे प्रदेश नें कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। भाजपा गद्दी छोड़ो नारे के साथ कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से भी कांग्रेसियों कि गिरफ्तारी और पुलिस से झड़प की खबरें हैं।

दरअसल कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने 9 अगस्त यानी अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर प्रदेश में व्याप्त विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रदर्शन का का एलान किया था। इन मुद्दों में मुख्य रूप से महँगाई, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, किसानों की समस्या बिगड़ती कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन होना था। ये प्रदर्सन पूरे प्रदेश में प्रस्तावित था।

राजधानी लखनऊ के अमीनाबाद के ऐतिहासिक झंडेवाला पार्क में कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश चेयरमैन तारिक सिद्दीकी के नेतृत्व में प्रदर्शन प्रस्तावित था। भारी बारिश के बीच कांग्रेसी कार्यकर्ता धीरे-धीरे इकठ्ठा होना शुरू हुए। इस बीच भारी संख्या में पुलिस के जवान पहुंच गए। तारिक सिद्दीकी के पहुंचते ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी शुरु कर दी। इस बीच पुलिस ने तारिक सिद्दीकी समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। सभी

इस बीच पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता तारिक सिद्दीकी ने कहा कि यूपी की योगी सरकार अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रम बिना किसी परमिशन और अवरोध के कर रही है। यही नहीं पुलिस उनकी सुरक्षा में लगी रहती है। जबकि विपक्ष जनता के मुद्दे को लेकर कोई धरना प्रदर्शन करती है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है। तारिक सिद्दीकी ने कहा कि हम कांग्रेसी पीछे हटने वाले नही हैं। और न ही हम योगी सरकार की तानाशाही के डरने वाले हैं। हम जनता के मुद्दे को लेकर लगातार सड़क पर प्रदर्शन करते रहेंगे।

इस मौके पर कांग्रेस के कई नेता ओबैदुल्लाह नासिर, नदीमुद्दीन, आतीउर्रहमान, अनुप श्रेया शर्मा, अय्यूब सिद्दीकी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता भी डटे रहे।