Breaking
23 Dec 2024, Mon

स्मृति ईरानी करेंगी सीयूएसबी के भवनों का शिलान्यास

फ़ैसल रहमानी

गया

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ज़ुबिन ईरानी सोमवार को दोपहर 1:30 बजे दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के पंचानपुर, गया स्थित स्थायी कैंपस में भवनों का शिलान्यास करेंगी। यह जानकारी कुलपति प्रोफेसर हरीश चन्द्र सिंह राठौर ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि श्रीमती ईरानी के साथ, मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री श्री उपेन्द्र कुशवाहा भी समारोह में उपस्थित रहेंगे। प्रोफेसर राठौर ने बताया कि माननीय मंत्री अपने कार्यक्रम के दौरान सात भवनों का शिलान्यास करेंगीं जिनमें केंद्रीय कार्यालय भवन, पृथ्वी, जीव एवं पर्यावरण विज्ञान संस्थान भवन, सामाजिक विज्ञान एवं नीति संस्थान भवन, छात्र एवं छात्रा छात्रावास भवन, व्याख्यान संकुल भवन एवं मेस भवन शामिल हैं।

received_m_mid_1440944030530_51041232e87512d183_1प्रोफेसर हरीश चन्द्र न कहा कि पहले चरण के भवन निर्माण के कार्य को राइट्स लिमिटेड को नियमों के अनुसार चयन करके सौंपा गया है। पहले चरण में बनने वाले भवनों की परियोजना की कुल लागत के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में कुलपति ने कहा इसकी कुल लागत 152 करोड़ रुपए है। प्रोफेसर राठौर ने कहा कि निर्माण कंपनी को पहले चरण के पूरे परियोजना को पूरा करने के लिए दो वर्ष का समय दिया गया है, लेकिन विवि के सात में से तीन भवन अगले साल जुलाई-अगस्त के महीने में तैयार होकर मिल जायेंगे।

सीयूएसबी के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) मोहम्मद मुदस्सिर आलम ने बताया कि विश्वविद्यालय के पंचानपुर कैंपस में चहारदीवारी का कार्य लगभग पूरा हो गया है। सीयूएसबी के कैंपस की विशेषता के बारे में बताते हुए पीआरओ ने कहा कि पंचानपुर कैंपस के निर्माण में वातावरण संरक्षण के मानक तथ्यों को पूरी तरह ध्यान में रखा जायेगा और प्राकृतिक संसाधनों का ज़्यादा-से- ज़्यादा इस्तेमाल होगा। उन्होंने कहा कि कैंपस पूरी तरह इको फ्रेंडली होगा। सौन्दर्यीकरण के लिए फ़व्वारे, फूलों का बाग़ और पैदल चलने के लिए रास्ते भी बनाये जायेंगे। गौरतलब हो कि सीयूएसबी के पटना और गया में किराये के मकान में पढ़ाई के कार्य को संचालित कर रही है। यहां फ़िलहाल 20 विषयों की पढ़ाई होती है जिसमें इंटीग्रेटेड एम्-फिल और पीएचडी एवं बैचलर ऑफ़ वोकेशन शामिल हैं। विवि के पास अपना कैंपस तैयार होने के बाद कई नए-नए कोर्स शुरू होंगे जिनसे रोज़गार के उचित अवसर भी प्राप्त होंगे।