अम्बेडकर नगर, यूपी
कोरोना वायरस संक्रमण में लॉकडाउन के दौरान कानून के रखवाले ही उसका उल्लंघन करने में जुटे हैं। मामला थानेदार के तबादला का है। भाजपा विधायक की शिकायत पर यहां एक थानेदार के तबादले के बाद विदाई में ऐसा शाही जुलूस निकाला गया मानो किसी मंत्री का दौरा हो। इतना बड़ा जुलूस ऐसे समय निकला जबकि धारा 144 लागू होने के साथ ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन का निर्देश है। फिलहाल थानेदार की विदाई का यह वीडियो बेहद चर्चा में है।
दरअसल विधायक संजू देवी के विद्रोह पर मनोज सिंह को थानाध्यक्ष बसखारी से हटाकर एसपी ने जैतपुर थाने पर तैनाती दी। अपने विवादित कार्यकाल के बाद ट्रांसफर किए गए थानाध्यक्ष मनोज सिंह ने शाही जुलूस निकाल कर नियमों की धज्जिया उड़ा दी। इस मामले में वीडियो वायरल हो गया। इनको विधायक के धरना देने के बाद एसओ बसखारी के पद से हटाया गया था। मनोज सिंह को मंगलवार रात तो ही जैतपुर भेजा गया था। मनोज सिंह ने बुधवार को बसखारी थाना से अपनी रवानगी करते समय पुलिसकर्मियों के साथ चार दर्जन से अधिक लोगों के तथा एक दर्जन गाड़ियों के साथ शाही जुलूस निकाला था।
वीडिया वायरल होने पर संस्पेंड हुए
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने कानून का उल्लंघन करने के मामले में थानाध्यक्ष जैतपुर मनोज सिंह को निलम्बित करने के बाद पुलिस लाइन भेज दिया है। एसपी ने अम्बेडकर नगर के बसखारी से जैतपुर स्थानांतरित थानाध्यक्ष मनोज सिंह को उनकी लापरवाही पर निलम्बित कर दिया है।
विधायक ने दिया था धरना
अम्बेडकरनगर के टांडा से भारतीय जनता पार्टी की विधायक संजू देवी ने अवैध वसूली के आरोप में बसखारी के थानाध्यक्ष मनोज सिंह पर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद मनोज सिंह का तबादला कर दिया गया और जैतपुर थाने पर बतौर थाना इंचार्ज तैनाती कर दी गई।
विदाई में सरकारी गाड़ी का जुलूस
मनोज सिंह की जब बसखारी से विदाई हुई तो पुलिस वाहन 112 पर सवार दर्जनों पुलिसकर्मी बिना मास्क के विदाई जुलूस में शामिल हुए। इनके साथ खुले में बिना हेल्मेट के बाइक पर सवार पुलिसकर्मी भी पायलट की भूमिका में थे। विदाई के जश्न के दौरान ना तो किसी ने मास्क लगाया हुआ था और ना ही किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता दिख रहा था। इस दौरान सिर्फ उस थाने की ही नहीं, बल्कि थाना क्षेत्र की अन्य सरकारी गाड़ियों को बुलाकर इस काफिले में शामिल किया गया। एक बड़े जश्न के तौर पर मनोज सिंह को विदाई दी गई।