Breaking
21 Dec 2024, Sat

बहराइच: जंगल में भूखे फंसे थे ज़ायरीन, मदद के लिए पहुंचे इंस्पेक्टर अशोक

BAHRAICH POLICE HELP HUNGER PILGRIMS IN FOREST 1 280320

कुतुब अंसारी

बहराइच, यूपी
कोरोना महामारी की वजह से हुए लॉक डाउन से जहां कई लोग रास्ते में फंस गए वहीं ज़िले के जंगल में एक मज़ार पर अलग-अलग ज़िलों से पहुंचे ज़ायरीन परिवहन सेवा बंद होने से फंस गए। इस बीच उनके पास खाने-पीने के सामान खत्म हो गए। वहीं आसपास की दुकानें भी बंद हो गई। इन ज़ायरीनों के पास न तो बाहर निकले के लिए साधन थे और न ही खाने-पीने का सामान बचे थे। ऐसे में ये भूख से परेशान होने लगे। इसी बीच किसी ने स्थानीय कोतवाली को जानकारी दी।

कोतवाली इंस्पेक्टर अशोक कमार को जब ये जानकारी मिली तो वो फौरन अपनी टीम के साथ खाद्य सामाग्री लेकर जंगल में मज़ार की तरफ रवाना हो गए। इंस्पेक्टर अशोक कुमार सोनकर ने वहां मौजूद सभी ज़ायरीनों की मदद की और भरोसा दिलाया कि उन्हें किसी भी चीज की कमी नहीं होगी। अब पुलि इन ज़ायरीनों के नके घर भेजने के तज़ाम में लगी है। इंस्पेक्टर अशोक कुमार सोनकर की इस सराहनीय पहल की तरफ तारीफ हो रही है, वहीं पुलिस की मानवीय छवि देखने को मिल रही है।

कहां का है मामला
बहराइच ज़िले के मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र अंतर्गत भारत नेपाल सीमा पर स्थित कतर्निया घाट वन्यजीव प्रभाग के मूर्तिहा वन रेंज अंतर्गत प्रसिद्ध लक्कड़ शाह बाबा की मज़ार स्थित है। जहां विभिन्न प्रांतों सहित पड़ोसी देश नेपाल के ज़ायरीन आकर ज़ियारत करते हैं। प्रत्येक शुक्रवार को लक्कड़ शाह की दरगाह पर मेला भी लगता है, जो लाक डाउन के दौरान बंद कर दिया गया है। इसी कारण आवागमन के संसाधनों के बंद होने से लक्कड़ शाह की दरगाह पर ज़ियारत करने आए ज़ायरीन जंगल में फंस गए।

मेला बंद किया गया
लाक डॉउन के कारण संसाधनों के बंद होने तथा प्रत्येक शुक्रवार के लगने वाले मेले के बंद होने के कारण दूरदराज प्रांतों से ज़ियारत करने आए ज़ायरीन अपने घरों को वापस नहीं जा सके। जब तक उनके पास खाने-पीने की सामग्री थी तब तक तो ठीक था। खाने-पीने की सामग्री के खत्म होने के बाद बीचो-बीच जंगल में फंसे होने के कारण उनके सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई थी।

कहां से आए ज़ायरीन
लक्कड़ शाह बाबा की मज़ार पर ज़ियारत करने पटना, मुरादाबाद, गाजीपुर आदि स्थानों से आए करीब 4 दर्जन परिवारों के जंगल में फंसे होने की सूचना पर मुर्तिहा कोतवाल अशोक कुमार सोनकर ने पुलिस टीम के साथ लक्कड शाह बाबा की मजार का दौरा कर स्थिति का जायज़ा लिया। उन्होंने खाद्य सामग्री के अभाव में 24 घंटे से भूखे पड़े पीड़ित फंसे ज़ायरीनो की भोजन पानी की व्यवस्था कराई।

कोतवाल ने क्या कहा
मूर्तिहा कोतवाल अशोक कुमार सोनकर ने बताया कि लक्कड़ शाह बाबा की मज़ार पर जंगल के बीच फंसे 4 दर्जन ज़ायरीन परिवारों में से प्रत्येक परिवार को मूर्तिहा पुलिस टीम द्वारा 5 किलो चावल, 2 किलो आलू, 1 किलो टमाटर, 1 किलो चीनी, 1 किलो नमक, तेल की शीशी, मिर्च प्याज, साबुन तथा अन्य दैनिक उपभोग की आवश्यक सामग्री वितरित की गई। सावधानीपूर्वक उन लोगों को बताया गया की सभी एक दूसरे से कम से कम 3 मीटर की दूरी बनाए रखें, जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण ना हो सके। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर पुलिस प्रशासन को सूचित करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर मूर्तिहा कोतवाल अशोक कुमार सोनकर के साथ कांस्टेबल शिवकुमार, हेमंत वर्मा, महिला कांस्टेबल साधना, रागनी पाठक आदि सहित मूर्तियां पुलिस टीम उपस्थित रही।