मुंबई
समाजवादी पार्टी ने आज मुंबई के आज़ाद मैदान में ज़ोरदार धरना-प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र/मुंबई के अध्यक्ष अबु असिम आजमी ने इस धरने को संबोधित किया। एमएलए अबु आसिम ने कहा कि 1992-93 के दंगे के शिकार लोगों के परिवार वालों को तभी इंसाफ मिलेगा जब दोषियों को कड़ी सज़ा मिले। उन्होंने श्रीकृष्ण जांच आयोग की रिपोर्ट को तुरंत लागू करने की मांग की। अबु आसिम आज़मी ने कहा कि इंसाफ मिलने तक समाजवादी पार्टी संघर्ष करती रहेगी।
आज मुंबई के आज़ाद मैदान में सुरक्षा का भारी बंदोबस्त किया था। पुलिस समाजवादी पार्टी की तरफ से आयोजित धरना-प्रदर्शन के लिए कड़ी तैयारियां की थी। समाजवादी पार्टी पिछले कई दिनों से लगातार धरने की तैयारी कर रही थी। उसका नतीजा ये रहा कि आज आज़ाद मैदान में काफी भीड़ जुटी। समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र के सभी बड़े नेता धरना स्थल पर मौजूद थे।
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र/मुंबई के अध्यक्ष अबु असिम आज़मी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण जांच आयोग की रिपोर्ट को लागू करने के लिए कोई आवाज़ नहीं उठा रहा है। समाजवादी पार्टी इस रिपोर्ट के लिए अपनी आवाज़ तब तक उठाती रहेगी, जब तक रिपोर्ट लागू नहीं होती। अबु आसिम आज़मी ने कहा कि 1992-93 में मुंबई में हुए दंगों के दोषियों को जब तक सज़ा नही मिल जाती तब तक वह संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अजमेर ब्लास्ट, समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट और मालेगांव ब्लास्ट के आरोपियों के ज़मानत को चुनौती नहीं देती है। अबु आसिम ने कहा कि हम चाहते हैं कि मुंबई में हुए दंगों की जांच के लिए गठित श्रीकृष्ण आयोग की सिफारिशें फौरन लागू हो, दोषियों को कड़ी सज़ा मिले और दंगे में मारे गए लोगों के परिवारों को इंसाफ मिले। उन्होंने कहा कि वह इंसाफ की लड़ाई के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं।
राज्य सरकार की तीखी आलोचना करते हुए अबु आसिम आज़मी ने कहा कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने का सबको अधिकार है, लेकिन प्रदेश सरकार का रवैया तानाशाही जैसा है। अबु आसिम आज़मी ने पुलिस की रवैये की भा तीखी आलोचना करते हुए कहा कि पुलिस को सत्ता के दबाव में काम नहीं करना चाहिए। उनका इशारा 13 अगस्त को पुलिस द्वारा धरने का परमिशन रद्द करने की तरफ था।
मालूम हो कि समाजवादी पार्टी ने 13 अगस्त को धरने का कार्यक्रम रखा था। इसके लिए पुलिम से बाकायदा परमिशन ली गई थी। सपा ने धरने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन ऐन मौके पर पुलिस ने परमिशन रद्द दी थी। जब अबु आसिम आज़मी और कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया था।
धरने को मुंबई/महाराष्ट्र के युवा सपा अध्यक्ष फरहान आज़मी समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर अजय यादव, मुफ्ती हारून नदवी, अरशद आज़मी, मेराज सिद्दीकी समेत हज़ारों कार्यकर्ता मौजूद थे।