जौनपुर, यूपी
आज़ाद भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री, भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आज़ाद साहब की पुण्यतिथि पर शहर अल्पसंख्यक कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष शाहनवाज़ खान ने अपनी टीम के साथ जौनपुर जंक्शन के पास स्थित एक मदरसे में पहुंच कर पढ़ रहे सभी बच्चों को फल तथा बिस्कुट आदि वितरित किया।
इस मौक़े पर शहर अध्यक्ष शाहनवाज़ खान ने मौलाना साहब को खिराज-ए-अक़ीदत पेश किया। शाहनवाज़ खान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मौलाना साहब एक विद्वान लेखक, पत्रकार एवं उर्दू के शायर भी थे। उनका हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए भी बहुत बड़ा योगदान रहा।
उन्होंने आगे कहा कि मौलाना साहब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे युवा अध्यक्ष भी हुए। मौलाना साहब स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री रहे, मौलाना को यह बखुबी मालूम था कि एक मज़बूत भारत बनाने के लिए भारत में बुनियादी शिक्षा अतिआवश्यक है। इतिहास गवाह है कि सभी वर्गों के साथ अल्पसंख्यक को भी शिक्षा एवं अन्य बुनियादी ज़रूरतें केवल कांग्रेस पार्टी की सोच ही दे सकती है और इसी सोचपर चलकर ही भारत की तरक़्क़ी सम्भव है।
इस अवसर पर शहर उपाध्यक्ष मोहम्मद सुफ़ियान, शहर महासचिव मोहम्मद साजिद, शहर सचिव तबरेज़ खान, शहर सचिव लाडले हसन, वार्ड अध्यक्ष मोहम्मद दिलशाद आदि उपस्थित रहे।