लखनऊ, यूपी
कभी उत्तर प्रदेश में एआईएमआईएम के कद्दावर नेता रहे कलीम जामई आखिरकार जेल से छूट गए। कलीम जामई को इससे पहले कई मामलों में जमानत मिल चुकी थी लेकिन आजमगढ़ जिला प्रशासन ने उन पर रासुका के तहत कार्रवाई की थी। जिसकी वजह से वो जेल से बाहर नही आ पाए थे।
17 महीने बाद जेल से छूटे कलीम जामई
दरअसल यूपी में एआईएमआईएम की शुरुआत में जिन लोगों ने दिल्ली जाकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष और सांसद असदउद्दीन ओवैसी से मुलाकात की थी उनमें कलीम जामई प्रमुख रूप से शामिल थे। कलीम जामई और दूसरे नेताओं ने मिलकर पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश में काफी काम किया था। इस दौरान पार्टी ने उन्हें आजमगढ़ जिला अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी थी।
https://youtu.be/xs3c0QOUPbY
आम लोगों एवं कार्यकर्ताओं के लिए कलीम जामई हमेशा संघर्षशील रहते थे। इस दौरान उन पर राजनीतिक रूप से कई केस दर्ज किए गए। जिला प्रशासन और दूसरी राजनीतिक पार्टियों ने मिलकर उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। इसी दौरान उन्हें पार्टी के जिला अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। आजमगढ़ से हमीरपुर जेल शिफ्ट किए गए। इस दौरान उनके कई करीबियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का चक्कर लगाकर उनका साथ दिया।
पार्टी ने नहीं दिया साथ
कलीम जामई की गिरफ्तारी के बाद पार्टी ने उनकी तरफ से मुंह मोड़ लिया। एक तरफ उन्हें जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया तो दूसरी तरफ उनके साथ पार्टी का कोई बड़ा लीडर खड़ा नहीं हुआ। सांसद असदउद्दीन ओवैसी भले ही पूरे देश में मुसलमानों की आवाज उठाते हो लेकिन अपने एक नेता के लिए उन्होंने न तो कोई ट्वीट किया ना ही संसद में कोई सवाल किए। कलीम के करीबियों का कहना है की पार्टी को उनके लिए आवाज उठाना चाहिए था। बहरहाल अब देखना यह है की कलीम जामई आगे का क्या रुख अपनाते हैं।