पिछले तकरीबन 1 महीने से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में स्ट्राइक कर रहे छात्रो को अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय (एएमयू) स्टूडेंट यूनियन की तरफ से हुजैफा ने कल रात जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय पहुँच कर समर्थन दिया। एएमयू छात्र संघ के पूर्व सचिव हुजैफा आमिर रशादी का कहना है कि शुल्क बढ़ाये जाने को लेकर छात्र इस ठंड भरे मौसम मे भी FREEDOM SQUARE पर डटे हुए हैं, और ये मुद्दा सिर्फ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का नही बल्कि देश भर के तमाम विश्वविद्यालय का है। बस आज इनका नम्बर है, तो कल हमारा।
छात्रों ने पूरे ADMIN BLOCK को क्रांतिकारी नारों व स्लोगन से भर दिया है। वाक़ई उनकी आर्ट्स देखने लायक थी। परिसर में घुसते ही लगता है जैसे आप किसी FINE ARTS DEPARTMENT मे आ गए हों। इसके साथ साथ वहां की UNION ने अपने ही ADMINISTRATION के खिलाफ SHOW CAUSE NOTICE (कारण बताओ नेटिस) ज़ारी कर दिया था। वहीं हमारे यहा आए दिन इन्तेज़ामिया छात्रों को ज़ारी करता है।
आख़िर AMU के छात्र कब इस तरह से अपनी जालिम इन्तेज़ामिया के ज़ुल्म ज़्यादती व नाइंसाफ़ी के खिलाफ मज़बूती से आवाज़ उठाएंगे व VOICE OF DISSENT की बेहतरीन मिसाल पेश करेंगे। जो की PAST मे हमारे लोगो ने कर के साबित किया था पर अफसोस अब वो नज़र नही आता।
जहाँ JNU TEACHERS ASSOCIATION (JNUTA) लगातार अपने छात्रो के समर्थन मे कैंपस मे मार्च निकालने के साथ साथ आज मण्डी हाउस से पार्लियामेंट तक का मार्च निकाल रहा है। वहीँ दूसरी तरफ हमारा AMU TEACHERS ASSOCIATION (AMUTA) है जो क्या कर रहा है, उससे आप सब बखूबी वाक़िफ़ हैं। पता नही किस बात का खौफ इन्हे हक़ बात कहने व हक़ का साथ देने से डरा रहा है। जबकी इनका वजूद अपने TALENT से है, न कि किसी VC के खैरात या दरबार से।
“इस ज़ुल्म के दौर मे अपनी अवाज खोलेगा कौन ।
अगर अब भी खामोश रहे तो फिर बोलेगा कौन ।”
अभी भी वक़्त है निकलो बाहर मकानो से और जंग लड़ों बेईमानो से।