राज्यपाल कलराज मिश्र बुधवार को महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह जियारत को पहुंचे। उन्होंने गरीब नवाज की मजार पर मखमल की चादर और अकीदत के फूल पेश कर खुशहाली और भाईचारे की मजबूती के लिए दुआ की।
राज्यपाल कलराज मिश्र अपनी धर्म पत्नी के साथ करीब 11:40 पर दरगाह पहुंचे। निजाम गेट के बाहर अंजुमन सैयद जादगान के सदर सैयद मोइन हुसैन चिश्ती, संयुक्त सचिव सैयद मुसब्बिर चिश्ती सदस्य आने बदर चिश्ती, दरगाह नाजिम शकील अहमद आदि ने अगवानी की बुलंद दरवाजे से वह सिर पर चादर और फूलों की टोकरी लेकर आस्ताना शरीफ के लिए रवाना हुए।
आस्ताना शरीफ पहुंचकर गरीब नवाज की मजार पर अकीदत का नजराना पेश किया। खादिम सैयद अब्दुल बारी चिश्ती और सैयद मुकद्दस मोईनी ने जियारत कराई दस्तारबंदी की और तबर्रुक भेंट किया। अंजुमन की ओर से सचिव सैयद वाहिद हुसैन अंगारा शाह ने दस्तारबंदी कर तबर्रुक भेंट किया।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बांधे रस्से
दरगाह में इन दिनों जायरीन की भीड़ बनी हुई है। आज भी बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद थे। राज्यपाल कलराज मिश्र को सुविधा पूर्वक जियारत कराने के लिए दरगाह कमेटी की ओर से परिसर में जगह-जगह रस्से बांधकर जायरीन की भीड़ को रोका गया।