मथुरा, यूपी
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में 29 अगस्त को पति पत्नी ने थाने में अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग ली। दबंगों के जुल्म और पुलिस की ज्यादती का शिकार मथुरा चंद्रवती की आखिरकार शनिवार सुबह जिंदगी से हार गई। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इससे पहले 1 सितंबर को उसके पति जोगेंद्र की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
दबंगों के खिलाफ नहीं हुई सुनवाई
जानकारी के मुताबिक मथुरा के सुरीर थाने में जोगेंद्र और उनकी पत्नी लंबे समय से शिकायत लेकर चक्कर काट रहे थे। गांव के दबंगों के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत लेकर गई बार पुलिस से गुहार लगाने वाले दंपति की जब नहीं सुनी गई तो परेशान होकर उन्होंने आत्मदाह की कोशिश की। दंपति का आरोप था कि शिकायत के बावजूद पुलिस दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी।
मुख्य आरोपी समेत 2 गिरफ्तार
बता दें कि सुरीर निवासी जोगेंद्र पेशे से मजदूर हैं। उन्होंने पुलिस में कई बार शिकायत दी थी कि गांव का एक युवक उनके साथ कई महीनों से लगातार मारपीट और गाली गलौज कर रहा है। लेकिन पुलिस थाने में कई बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। घटना के बाद मुख्य आरोपी सत्यपाल और हिस्ट्रीशीटर बदमाश मोहन श्याम शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इंस्पेक्टर और दो दरोगा निलंबित
घटना के बाद आनन फानन में इंस्पेक्टर और दो दरोगा निलंबित कर के इस मामले में लीपापोती की गई। इसके बाद पुलिस अपने बचाव में जुट गई है। उधर, दिल्ली में इलाज के दौरान जोगेंद्र की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक बबलू ठाकुर, शिम्मो, सत्यापाल, थान सिंह और मोहनश्याम के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।