पिछले महीने सौरा में हुए प्रदर्शन में घायल हुए युवक की आज सुबह श्रीनगर के अस्पताल में मौत हो गई। श्रीनगर के सौरा स्थित शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस (स्किम्स) में युवक ने आज दम तोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक़, “युवक के शरीर में कहीं भी गोलियों के निशान नहीं थे।”
आधिकारिक तौर पर 5 अगस्त को धारा 370 पर केंद्र सरकार के फ़ैसले के बाद जम्मू-कश्मीर में ये पांचवीं मौत है। भारतीय सेना के चिनार कॉर्प्स के प्रमुख कंवलजीत सिंह ढिल्लो ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस ख़बर की पुष्टि की है। उनके मुताबिक़ सौरा के प्रदर्शन में घायल हुए असरार अहमद ख़ान ने आज अस्पताल में आख़िरी सांस ली। उन्होंने कहा कि ख़ान को पत्थर लगने से चोट आई थी। ढिल्लो ने इन घटनाओं के लिए “आतंकवादियों, पत्थरबाज़ों और पाकिस्तान की कठपुतलियों” को ज़िम्मेदार ठहराया है।
Lt General KJS Dhillon: Asrar Ahmad Khan who was hit by a stone on August 6&was admitted in Soura has lost his life today. This makes it the 5th civilian death in last 30 days & these deaths have happened because of terrorists, stone pelters & puppets of Pakistan. pic.twitter.com/xBxKzEvId8
— ANI (@ANI) September 4, 2019
असरार अहमद ख़ान की मौत की ख़बर के बाद श्रीनगर के कई इलाक़ों में फिर से प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। डाउनटाउन और सिविल लाइंस इलाक़े में सख़्ती बढ़ा दी गई है। 5 अगस्त को केंद्र सरकार के फ़ैसले के बाद से कश्मीर घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवा पूरी तरह ठप है। सरकार के फ़ैसले को अब एक महीना हो गया है। प्रशासन लगातार हालात ‘सामान्य’ होने का दावा कर रहा है, लेकिन असरार अहमद की मौत के बाद फिर से सुरक्षा व्यवस्था मज़बूत करनी पड़ गई।
आज पहली दफ़ा सरकार ने माना कि 5 अगस्त के बाद से जम्मू-कश्मीर में 5 लोगों की जानें गई हैं। इस मामले में अब तक सरकार का आधिकारिक रुख़ अलग था। सरकार लगातार ये दावा कर रही थी कि कश्मीर घाटी में अब तक एक भी मौत नहीं हुई है। आज कंवलजीत सिंह ढिल्लो के बयान ने सरकार अपने ही पुराने दावों पर सवाल उठा दिए हैं। ढिल्लो ने प्रेस कांफ्रेंस में लश्कर के आतंकवादी के क़बूलनामे का भी एक वीडियो जारी किया है। सेना के मुताबिक़ 21 अगस्त को पाकिस्तानी मूल के लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को पकड़ा गया था।
#WATCH SRINAGAR: Indian Army releases confession video of two Pakistani nationals, who are associated with Lashkar-e-Taiba, and were apprehended on August 21. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/J57U3uPZBl
— ANI (@ANI) September 4, 2019
आपको बता दें कि सौरा में ये प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर से विशेष प्रावधानों को ख़त्म करने के केंद्र सरकार के फ़ैसले के एक दिन बाद 6 अगस्त को हुआ था। शुरुआत में गृह मंत्रालय ने इस प्रदर्शन की ख़बर को ख़ारिज़ कर दिया था। विदेशी मीडिया में प्रदर्शन का वीडियो रिलीज होने के बाद गृह मंत्रालय ने मीडिया संस्थानों को नोटिस भी भेजा था, लेकिन बाद में सरकार ने प्रदर्शन की ख़बर को क़बूल कर लिया।