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17 Oct 2024, Thu

मुंबई में 80 साल पुरानी चार मंजिला इमारत के धराशाई होने से दर्जन लोग मारे गए हैं, जबकि 40 से अधिक लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। मारे गए लोगों में 4 महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल है। मौके पर राहत और बचाव का काम युद्ध स्तर पर जारी है। स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम लगी हुई हैं। मुबई में हुई इस दर्दनाक हादसे पर कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश की पार्टी प्रभारी प्रियंका गांधी ने व्यवस्था को कटघरे में खड़ा किया है। प्रियंका गांधी ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि मामले में पहले से एहतियातन कदम क्यों नहीं उठाए गए थे।

महाराष्ट्र सरकार से सवाल करते हुए प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए लोगों की सकुशलता की प्रार्थना की और दुखी परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की। इस दौरान उन्होंने पूछा, ” हाल में घटी ये तीसरी घटना है। आखिर, क्यों समय रहते इस पर कुछ ऐक्शन नहीं लिया जाता?”

प्रियंका गांधी के अलावा मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। देवड़ा ने कहा कि डोंगरी में गिरी पुरानी बिल्डिंग को रहने के लिहाज से असुरक्षित घोषित किया गया था। बावजूद इसके वहां पर लोग रह रहे थे। यह बार यही होता है। सरकार 1या 2 लोगों को बर्खास्त करके अपनी जिम्मेदारियों से बच निकलती है। देवड़ा ने पूछा कि क्या मुंबई में लोगों की जान की कोई कीमत नहीं रह गई है?

मुंबई के हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा, “मुंबई के डोंगरी बिल्डिंग गिरने का हादसा बेहद ही दुख देने वाला है। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति शोकर जाहिर करता हूं। महाराष्ट्र सरकार, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन राहत तथा बचाव कार्य में जुटा हुआ है। जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई जा रही है।”

मुंबई इमारत सुधार और पुनर्निर्माण बोर्ड के चेयरमैन विनोद घोसालकर ने बताया कि पुरानी इमारत का मरम्मत का जिम्मा बीएसबी डेवलपर्स को दिया गया था। घोसालकर ने कहा कि मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

By #AARECH