अब तक यही कहा जाता था कि वर्कआउट और एक्सर्साइज खाली पेट ही करनी चाहिए क्योंकि इससे वजन घटाने में मदद मिलती है। लेकिन क्या यह वाकई सही है? क्या वाकई खाली पेट वर्कआउट करना चाहिए? आज हम आपको इसी बारे में बताएंगे।
जब खाली पेट वर्कआउट किया जाता है तो उसे फास्टेड कार्डियो कहते हैं। ऐसी अवस्था में वर्कआउट का सीधा संबंध वजन घटने से माना जाता है। इसके पीछे एक थिअरी काम करती है और वह यह कि हमारी बॉडी तुरंत खाए गए खाने की बजाय पहले से ही स्टोर फैट और अन्य चीजों पर काम करती है। साल 2016 में एक स्टडी की गई, जिसमें खाली पेट वर्कआउट करने के फायदे बताए गए थे। इस स्टडी में सामने आया कि जिन लोगों ने खाली पेट वर्कआउट किया था, उन्होंने उन लोगों की तुलना में अधिक वजन घटाया जिन्होंने ब्रेकफस्ट करने के बाद एक्सर्साइज की।
हालांकि 2014 में की गई एक अन्य स्टडी एकदम इसके उलट थी। उस स्टडी में जो परिणाम आया वह चौंकाने वाला था। स्टडी में शामिल में हुए कुछ लोगों ने खाली पेट वर्कआउट किया था और कुछ लोगों ने खाने के बाद, लेकिन इसके बाद भी दोनों श्रेणी के लोगों ने समान मात्रा में ही वजन घटाया।
लेकिन एक बात समझने की जरूरत है और वह यह कि खाली पेट एक्सर्साइज करने की वजह से बॉडी आपके प्रोटीन को भी फ्यूल के तौर पर इस्तेमाल कर सकती है। ऐसा होने पर शरीर में न सिर्फ प्रोटीन की कमी हो जाएगी बल्कि आपकी मसल्स और हड्डियां भी कमजोर हो जाएंगी। प्रोटीन मसल्स और हड्डियों के निर्माण और रिपेयर में मदद करती हैं।
तो क्या खाली पेट वर्कआउट करना वाकई फायदेमंद है? कुछ मायनों में यह सही हो सकता है, लेकिन देखा जाए तो ऐसा न ही किया जाए तो बेहतर है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब हम खाली पेट वर्कआउट करते हैं तो हमारे शरीर को जिन चीजों से एनर्जी मिलती है, वे फ्यूल के तौर पर इस्तेमाल होने लगते हैं। ऐसी स्थिति में हमारा स्टेमिना घट जाता है और कमजोरी आ जाती है।