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18 Oct 2024, Fri

कौन है ये मुर्तज़ा अली? 110 करोड़ रुपया का क्या है चक्कर?

नई दिल्ली:
कुछ दिन पहले अचानक सोशल मीडिया में मुर्तजा अली नाम के एक व्यक्ति की चर्चा जोरशोर से होने लगती है. यह खबर आग की तरह फैल जाती है कि मुर्तजा अली नाम से एक ब्लाइंड व्यक्ति पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों को 110 करोड़ रुपए डोनेशन के रूप में दान करना चाहता है. बड़े बड़े अंग्रेज़ी और हिंदी अखबार और वेबसाइट इस खबर को छापते हैं. कुछ टीवी चैनलों में भी मुर्तजा अली इंटरव्यू देते हैं. फिर यह सवाल भी उठाया जाता है कि मुर्तजा अली के पास इतने पैसे कहां से आए. कई लोगों ने भी सवाल उठाया कि वो सिर्फ़ लंबी लंबी फेंक रहा है, पब्लिसिटी के लिए कर रहा है. उनके पास इतना पैसा नहीं है. वो क्या ऐसा काम करते हैं कि 110 करोड़ डोनेशन दे रहे हैं? सवाल उठना जायज़ भी है और उठना भी चाहिए.

मुर्तजा अली से खास बातचीत के दौरान उन्होने बताया की यह उनका अपना पैसा है जो इंवेस्टमेंट से प्राप्त हुआ है. जब यह पूछा गया की इंवेस्टमेंट क्या क्या है तो मुर्तजा अली का कहना था यह जरूरी नहीं कि वो अपना सब कुछ पब्लिक में डिस्क्लोज़ कर दें. मुर्तजा अली ने कहा, यह व्हाइट इनकम है. जब टैक्स दे चुके हैं तो टैक्स डिपार्टमेंट के पास इस पैसे का ब्‍योरा है. मुर्तजा ने कहा, ‘सबसे पहले 25 फरवरी को पीएम और रिलीफ फण्ड को एक मेल लिखा हैं जिस में पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों के लिए 110 करोड़ रुपया आर्मी रिलीफ फण्ड को देने की पेशकश करते हैं. उन्हें बताया जाता है कि आर्मी रिलीफ फण्ड नाम का कोई फण्ड नहीं है इसलिए उन्हें यह पैसा प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड को भेजना होगा.

27 फरवरी 2019 को एक और मेल लिखते हैं जिसमें वो प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की मांग करते हैं. मुर्तजा अली लिखते हैं, “आप से हुई टेलीफोनिक बातचीत के बाद हमने यह निर्णय लिया कि प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड के लिए 110 करोड़ देना चाहते हैं जो अलग-अलग वेलफेयर स्कीम के लिए इस्तेमाल हो.” 27 तारीख को मुर्तजा अली की तरफ से भेजे गए मेल में पुलवामा के शहीद हुए जवानों के लिए कुछ नहीं लिखा हुआ है. इसमें यह नहीं लिखा हुआ है कि पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों को यह पैसा दिया जाए या नहीं? हमने जब इनके बारे में मुर्तजा अली से पूछा तो उनका कहना था कि वो आर्मी फण्ड को यह पैसा देना चाहते थे लेकिन उन्हें यह बताया गया आर्मी रिलीफ फण्ड के नाम से कुछ नहीं है इसलिए वो इन पैसों को प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड को भेज सकते हैं.

8 मार्च को मुर्तजा अली प्रधानमंत्री रिलीफ फण्ड और पमो को एक रिमाइंडर मेल भेजते हैं जिसमें वो लिखते हैं कि वो प्रधानमंत्री कार्यालय के जवाब का इंतज़ार कर रहे हैं. मुर्तजा अली यह भी लिखते हैं कि उनकी हर दिन पमो में दो तीन बार फ़ोन पर बात होती है लेकिन पमो की चुप्पी की वजह से लोगों के मन में कई सवाल खड़े हो रहे हैं और लिखते हैं कि “मैं ब्लाइंड हूं, खुद के लिए या प्रधानमंत्री के लिए एडवर्स पब्लिसिटी नहीं चाहता हूं.’ 9 मार्च को पमो से एक जवाब आता है जिसमें लिखा रहता है कि आपका रिक्‍वेस्‍ट हमको मिला है और नोट किया गया है.

9 मार्च को मुर्तजा अली एक और मेल करते हैं जिसमें वो लिखते हैं कि उन्हें 110 करोड़ देने का मौका दिया जाए. उनके डोनेशन को लेकर खड़े किए जा रहे विवाद के बारे में भी लिखते हैं. यह भी लिखते हैं कि वो सभी इनफार्मेशन प्रधानमंत्री कार्यालय को दे चुके हैं और जब तक वो चेक प्रधानमंत्री को नहीं दे देते तब तक वो इन इनफार्मेशन को मीडिया और सोशल मीडिया में शेयर करना सेफ नहीं समझते हैं. इस मेल में मुर्तजा अली ने यह भी लिखा है कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री से मिलने का मौका नहीं मिलता है वो खुद दिल्ली आकर प्रधानमंत्री कार्यालय में चेक दे जाएंगे. मुर्तजा अली के पास है या नहीं?

By #AARECH