जौनपुर, यूपी
शिक्षा के मंदिर में शिक्षक छात्रों को इंसानियत और भलाई का पाठ पढ़ाते हैं लेकिन जौनपुर के पूर्वांचल विश्वविद्यालय का कुलपति छात्रों को हत्या करने की सीख दे रहा है। कुलपति राजाराम यादव ने गाजीपुर में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा है कि अगर उनका किसी से झगड़ा हो जाए तो रोते हुए मेरे पास न आएं। उसकी पिटाई कर दें और जरूरत पड़े तो उसका मर्डर कर दें। कुलपति के इस बेहूदा बयान की हर तरफ आलोचना हो रही है।
बेहूदा बयान देने वाले कुलपति को बर्खास्त करने की मांग राज्यपाल से की गई है। लोगो का कहना है कि ऐसी सोच वाले व्यक्ति का कुलपति पद पर रहना ठीक नहीं है। उधर, कुलपति ने चारो तरफ हो रही आलोचना के बाद बचाव में उतर आएं हैं।
दरअसल गाजीपुर में एक कॉलेज के समारोह में कुलपति राजाराम यादव ने कहा कि युवा छात्र वही होता है जो चट्टानों में पैर मारता है तो पानी की धार निकलती है, उसी को छात्र कहते हैं। छात्र अपने जीवन में जो संकल्प लेता है उसे पूरा करता है। उसी को पूर्वांचल विश्वविद्यालय का छात्र कहते हैं। इसके साथ ही कुलपति ने कहा कि अगर आप पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्र हैं तो रोते हुए कभी मेरे पास मत आना। किसी से झगड़ा हो जाए, उसकी पिटाई करके आना और तुम्हारा बस चले तो उसका मर्डर करके आना। इसके बाद हम देख लेंगे।
बयान की हो रही निंदा
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने कहा है कि प्रो. राजाराम कुलपति के योग्य नहीं हैं। इतने बड़े शिक्षण संस्थान का प्रमुख छात्रों को उकसाता है तो यह राष्ट्रद्रोह है। ऐसे कुलपति को राज्यपाल को तत्काल बर्खास्त करना चाहिए। वहीं प्रखर समाजवादी नेता चंचल ने कुलपति को हटाने की मांग करते हुए धरना-प्रदर्शन करने का एलान किया है। चंचल ने कहा कि ऐसे संघी सोच के व्यक्ति का शिक्षण संस्थान में रहना देश के लिए खतरा है।
जौनपुर के सांसद ने की आलोचना
सांसद केपी सिंह ने कहा है कि शिक्षा के मंदिर में बैठे व्यक्ति को इस तरह का बचकाना बयान नहीं देना चाहिए। ऐसा बयान हिंसा को बढ़ावा देगा है। ऐसे कुलपति के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मछलीशहर के सांसद रामचरित्र निषाद ने कहा कि कुलपति का वीडियो जो वायरल हुआ है उसे सुनकर ऐसा लगता है कि वह अपराधियों की भाषा बोल रहे हैं। देश, समाज और छात्रों के भविष्य के निर्माण की जिम्मेदारी कुलपति पर होती है। उनकी बातें बर्दाश्त के बाहर हैं।