बुलंदशहर, यूपी
ज़िले की स्याना तहसील के गांव महाव में सोमवार सुबह गोवंश अवशेष मिलने पर पुलिस, उग्रपंथी हिंदूवादी संगठनों में जमकर टकराव हुआ। हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने चिंगरावठी चौकी के पास सड़क पर जाम लगा दिया। स्याना थाने के कोतवाल इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाने की कोशिश की तो इन आतंकी कार्यकर्ताओं ने ज़ोरदार पथराव कर दिया। भीड़ ने चौकी के बाहर खड़े पुलिस के दर्जनों वाहनों में आग लगा दी। चौकी में घुसकर तोड़फोड़ की और सामान को आग लगा दी।
हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने हवाई फायरिंग की। इस पर उग्रपंथी हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कोतवाल सुबोध कुमार पर हमला बोल दिया। इसी बीच आतंकी भीड़ ने फायरिंग शुरु कर दी। घटना में गोली लगने से कोतवाल सुबोध और एक युवक सुमित की मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की गई है। पहली गोकशी की और दूसरी हिंसा की। इसमें 27 लोगों को नामजद किया गया है और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मेरठ जोन के एडीजी ने बताया कि इस मामले में 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मास्टरमाइंड फरार
गिरफ्तार लोगों में आतंकी भीड़ का मास्टरमाइंड मुख्य अभियुक्त बजंरग दल का जिला संयोजक योगेश राज भी शामिल है। एक एसआईटी का गठन भी किया गया है जो ये जांच करेगी कि हिंसा क्यों हुई और क्यों पुलिसकर्मियों ने मृत इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को अकेला छोड़ दिया था। एफआईआर में कई हिंदू संगठन जैसे बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद के नेताओं के नाम आरोपियों में हैं। ये सभी अब फरार हैं।
पुलिस की एफआईआर
बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने 27 नामजद और 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। ये मामला पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 333, 353, 427, 436, 394 और 7-क्रिमिनल अमेंडमेंट लॉ के तहत मामला दर्ज किया है।