लखनऊ, यूपी
हिंदुस्तान ने आज तक अपनी तारीख़ में कोई ऐसा छात्र संगठन, कोई ऐसा आंदोलन, कोई ऐसा चरित्र और कोई ऐसा विचार नहीं देखा जो 36 साल तक निरंतर बिना रुके बिना थके सामाजिक परिवर्तन के लिए संघर्ष करता हो। देश ने आज तक कोई ऐसा छात्र संगठन नहीं देखा जो युवाओं के चरित्र को बेहतर बनाकर हिंदुस्तान के चरित्र को सुंदर बनाने का स्वप्न देखता हो। यह बातें स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ इंडिया के यूपी सेंट्रल प्रांतीय सचिव मोहम्मद राशिद ने कहीं।
दरअसल एसआईओ ने अपनी स्थापना के 36 साल पूरे किए हैं। यह 19 अक्टूबर 1982 को बनाया गया था। इस संबंध में, शुक्रवार पूरे देश में एसआईओ का स्थापना दिवस मनाया गया। इसी कड़ी में फूलबाग कॉलोनी, गुड़म्बा में भी एक समारोह का आयोजन किया गया था। मोहम्मद राशिद ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज वह दिन है जब भारतीय युवाओं को एसआईओ जैसा संगठन मिला था।
इससे पहले झण्डारोहण से कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर मौलाना उबैदुर्रहमान अज़हर ने युवाओं से कहा कि अब नई पीढ़ी को ही देश में योगदान देना है। इस देश और समाज को आपसे बहुत सी उम्मीदें हैं, जिसे पूरा करना आपका उत्तरदायित्तव है।
कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद शोएब सिद्दीकी ने किया। इस अवसर पर साजिद खान, शादाब सिद्दीकी, फैज़ान सिद्दीकी, आफताब सिद्दीकी, रिज़वान अहमद, शहाबुद्दीन समेत बड़ी संख्या में छात्र और युवा उपस्थित थे।