अलीगढ़, यूपी
ज़िले में मीडिया को बुलाकर पुलिस ज्वारा एनकाउंटर पर कोहराम मचा हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गरीब मुस्लिम लड़कों को फर्जी इनकाउंटर में मार दिया गया। इस इनाकाउंटर के बाद जहां सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार से जुड़े लोग लोग इसका विरोध कर रहे हैं वहीं विपक्षी दलों का कोई भी बड़ा नेता अब तक उनके घर नहीं पहुंचा है। मुसलमानों के नाम पर सियासत करने वाली सपा, बीएसपी, कांग्रेस समेत कई दलों के छोटे नेताओं ने भले ही इस पर आवाज़ उठाई हो लेकिन बड़े नेताओं की चुप्पी कई सवालों को जन्म देती है।
सोशल मीडिया पर काफी हो-हल्ला होने के बाद इनकाउंटर के 18वें दिन समाजवादी पार्टी ने इस इनकाउंटर की जांच के लिए एक दल अलीगढ़ भेजने का एलान किया है। समाजवादी पार्टी की तरफ से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पत्र जारी कर इस बात की जानकारी दी है।
पार्टी ने राज्य सभा सांसद सुरेंद्र नागर, पूर्व मंत्री कमाल अख्तर, पूर्व विधायक ज़फर आलम, पूर्व मंत्री ओमकार सिंह यादव, एमएलसी उदयवीर सिंह, एमएलसी दिलीप दयाल को जांच दल में शामिल किया है। सपा का जांच दल 10 अक्टूबर को अलीगढ़ जाएगा और इस मामले की जांच करके पार्टी को रिपोर्ट सौपेंगा।