बल्लभगढ़, हरियाणा
गोरक्षक आतंकियों और उन्मादी भीड़ द्वारा हत्या कर दिए गए लोगों से के परिवार से मिलने निकले निकले मशहूर युवा शायर इमरान प्रतापगढ़ी अब हरियाणा पहुंचे। इमरान प्रतापगढ़ी इससे पहले राजस्थान के अलवर में मोहम्मद उमर के परिवार से मिले हैं। इमरान ने यहां पहुंच कर परिवार के लोगों से बात की और उन्हें अपने साथ लाए ईद के तोहफे दिए।
दरअसल शायर इमरान प्रतापगढ़ी रमज़ान के महीने में एक नये मिशन पर निकले हैं। मरान ऐसे लोगों के परिवार से मिलते हैं जिन्हें गोरक्षक आतंकियों या उन्मादी भीड़ ने हत्या कर दी। इमरान ऐसे पीड़ित परिवार के हर जाकर उनके साथ थोड़ा वक्त बिताते हैं, इफ्तार में शामिल होते हैं और उन्हें कुछ तोहफे देते हैं। इमरान ने परिवार के लोगों से काफी देर तक बात की, वो जुनैद की मां से मिले और जुनैद के भाईयो के साथ वक्त बिताया।
इमरान प्रतापगढ़ी ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि “हाफ़िज़ जुनैद याद हैं ना आप सबको ?? पिछले साल रमज़ान के आख़िरी दिनों में ईद की ख़रीदारी करके दिल्ली से ट्रेन से घर लौटता हुआ 16-17 साल का एक मासूम सा बच्चा जुनैद… ट्रेन में ही चाकुओं से वार करके मार दिया था कुछ दरिंदों ने !! हम सबने काली पट्टियॉं बॉंधी थी ईद की नमाज़ में, लहू दिया था अपना जंतर मंतर पर!!”
इमरान प्रतापगढ़ी ने लिखा कि “मुझसे लिपट कर रोती हुई ये उन्हीं मरहूम हाफ़िज़ जुनैद की मॉं हैं… कल हम लोग ईद का कुछ सामान लेकर जब बिन बताये इनके घर पँहुचे तो जुनैद की मॉं की चीख़ों से पूरा घर दहल सा गया था, मेरी ऑंखें भी ऑंसुओं से तर थीं! किसी तरह ढांढस बँधा कर लौटा हूँ इस बिलखती हुई मॉं को !! खट्टर सरकार ने 10 लाख मुआवज़े का एलान किया था जो आज तक नहीं मिला……..कानों में अब भी जुनैद की रोती हुई मॉं की चीख़ें हैं………दामन उनके ऑंसुओं से तर है। ख़ुदा मुझे और हिम्मत दे कि मैं ऐसे लोगों के ऑंसू पोंछ सकूँ।“
कैसे हुई जुनैद की हत्या
बल्लभगढ़ हरियाणा के रहने वाले जुनैज दिल्ली के सदर बाजार से 22 जून 2017 को अपने दो भाइयों के साथ खरीदारी करने गए थे। उनके बाद जुनैद मथुरा जाने वाली ट्रेन में बैठकर लौट रहे थे कि रास्ते में हिदूंवादी उन्मादी आतंकियो ने पहले उनकी सिर की टोपी उछाली और फिर जब वो ट्रेन से उतर कर जा रहे थे तो रास्ते में चाकुओं से गोदकर उनकी हत्या कर दी गई।