पटना, यूपी
बिहार के भागलपुर के नाथनगर में हिंसा के मामले में नामजद आरोपी ने पुलिस को खुला चैलेंज किया है। पुलिस के मुताबिक केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का बेटा अर्जित शाश्वत फरार चल रहा है। रविवार को वो पटना में रामनवमी की शोभायात्रा में नज़र आया। इस दौरान सत्ताधारी दल के दीघा के विधायक संजीव चौरिसया समेत सैकड़ों कार्यकर्ता भी उसके साथ नज़र आए। एक न्यूज एजेंसी को दिए बयान में अर्जित ने कहा कि, “मैं सरेंडर क्यों करूं? मैं भाग भी नहीं रहा। समाज में रह रहा हूं।”
24 मार्च को भागलपुर की अदालत से अर्जित समेत 9 के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। एडीजी मुख्यालय संजीव कुमार सिंघल ने बताया कि नाथनगर मामले में दो केस दर्ज हुए हैं। एक केस में वारंट जारी हो चुका है। अब दूसरे केस में भी अदालत से आरोपियों की गिरफ्तारी वारंट लेने में पुलिस जुटी है। सोमवार को वारंट मिल जाएगा। इसके बाद कानूनी कार्रवाई होगी।
गिरफ्तारी वारंट जारी होने पर अर्जित ने मीडिया से कहा, “मैं सरेंडर क्यों करूं? कोर्ट वारंट जारी करती है, लेकिन शरण भी देती है। एक बार आप कोर्ट जाते हैं तो आप सिर्फ वही करते हैं जो वे आपके लिए तय करें। मैं कोर्ट की शरण में हूं। भागता वो है, खोजना उनको पड़ता है, जो कहीं गायब हो गए हैं। मैं समाज के बीच हूं।’
अर्जित ने नाथनगर में 17 मार्च को हुई हिंसा के लिए पुलिस अफसरों को दोषी ठहराया और नाथनगर थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग की। उसने आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं के साथ नगर विधायक अजीत शर्मा पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। अर्जित ने कहा कि घटना में अफसर भी दोषी हैं। उनपर भी कार्रवाई हो। प्रशासन की ढिलाई के चलते उपद्रवियों का मनोबल बढ़ रहा है।
मालूम हो कि भागलपुर के नाथनगर के चम्पानगर में 17 मार्च को शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। यात्रा के दौरान नारेबाजी के चलते दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई थी। देखते ही देखते दोनों तरफ से पहले जमकर पथराव हुआ, फिर बम और गोलियां चली। एक गोली पुलिस जवान को भी लगी। पथराव और बमबाजी में एक दर्जन से ज्यादा लोग और पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे।