रांची, झारखंड
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को तगड़ा झटका लगा है। फ्रंट के 12 नेताओं के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। मालूम हो इससे पहले फ्रंट को एंटी नेशनल मानते हुए झारखंड सरकार ने हाल ही में बैन किया है। इस बैन के बाद पापुलर फ्रंट की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
दरअसल 25 फरवरी को पाकुर ज़िले के मफैसिल पुलिस स्टेशन में पीएफआई के 60 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। इसके बाद पलिस ने कार्रवाई करते हुए 22 फरवरी को चंदरपाड़ा गांव में पीएफआई के दफ्तर पर छापा मारा था। पुलिस का दावा था कि उन्हें दफ्तर से कुछ आपत्तिजनक सामग्री मिली थी। पुलिस ने पीएफआई के दफ्तर से झंडे, बैनर, पम्पलेट, कंप्यूटर और सीडी समेत अन्य कई चीजे बरामद की थीं।
इसके बाद झारखंड सरकार ने इसे 21 फरवरी को यह कहते हुए बैन कर दिया था कि इस संगठन के संबंध आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से हैं। सरकार ने कहा था कि इस संगठन के सदस्य सीरिया में आईएस के लिए काम कर रहे हैं। पुलिस ने पीएफआई के जनरल सेक्रेटरी अब्दुल बदुद, ज़िला सेक्रेटरी अब्दुल हनान, पाकुर यूनिट, हबीबुर रहमान और शमीम अख्तर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
मालूम हो कि लॉ डिपार्टमेंट से सहमति के बाद पीएफआई को प्रतिबंधित किया गया है। जानकारी के मुताबिक यह संगठन झारखंड के पाकुड़ और साहिबगंज ज़िले में सक्रिय था। यह ज़िले बांग्लादेश की सीमा से सटे हुए हैं। पुलिस के मुताबिक यहां राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की शिकायत मिलती है। सरकार का मानना है कि यह संगठन आईएसआईएस से प्रभावित है।