इंटीग्रल युनिवर्सिटी का 7वां दीक्षांत समारोह
लखनऊ, यूपी
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के सालाना दीक्षांत समारोह आज यूनिवर्सिटी का कैम्पस में मनाया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि आईआईटी दिल्ली के पद्मश्री डॉ सैयद ई हसनैन मौजूद थे। डिप्लोमा (ई ई) के छात्र मोहम्मद नसरुल्लाह ने इस बार यूनिवर्सिटी के टॉपर रहे। नसरुल्लाह के पिता किसान है और वह बिहार के ईस्ट चंपारण ज़िले के रहने वाले हैं। कैम्पस में छात्र-छात्राओं में गजब सा उत्साह देखने को मिला। इस मौके पर यूनिवर्सिटी को खास तौर पर सजाया गया था।
दीक्षांत समारोह में 45 गोल्ड, 46 सिल्वर पदक बांटे गए। इसके साथ ही 53 पीएचडी की उपाधि दी गई। इसके अलावा 2352 छात्र-छात्राओं को यूनिवर्सिटी के विभिन्न कोर्स के लिए डिग्रीयां मिली। वीसी प्रो एस डब्ल्यू अख़्तर ने डिग्री पाने वाले छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ सैयद ई हसनैन ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए नैतिक मुल्यों का होना ज़रूरी है। इंसान कितना भी आगे क्यों न निकल जाए उसे जमीनी हकीकत से रूबरू रहना चाहिए। भारत में साइंस की चर्चा करते हुए डॉ हसनैन ने जीनोम और और मंगलयान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में टैक्सी के हर किमी भाड़े से भी कम का खर्च मंगलयान पर आया है। ये हमारे देश की वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि है।
डॉ हसनैन ने इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के कार्यों की तारीफ की और कहा कि देश में कई निजी यूनिवर्सिटी आज बेहतर शिक्षा दे रही है। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मौका उसे मिलता है कि जिसका दिमाग पहले से तैयार रहता है। बेहतर वो लोग हैं जो समस्याओं को अवसर में बदल लेते हैं।
आचार्य नरेंद्र देव यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ अख़्तर हसीब ने कहा कि देश में कृषि एक बड़ा क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र जो कृषि के क्षेत्र में रिसर्च करना चाहते हैं। कृषि यूनिवर्सिटी उनकी पूरी मदद करेगी।
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो एस डब्ल्यू अख़्तर ने यूनिवर्सिटी की सालाना रिपोर्ट पेश की। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी में इस बार रिकॉर्ड 132 कंपनियों ने विजिट किया। प्रो अख़्तर ने कहा कि इन कंपनियों में अबतक करीब 500 छात्र-छात्राओं को नौकरी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में उच्च शोध का स्तर काफी अच्छा है और यहां पर कई बड़े प्रजेक्ट पर रिसर्च चल रही है। वीसी प्रो अख्तर ने सभी छात्र-छात्राओं को मुबारकबाद देने के साथ बेहतर भविष्य के लिए दुआ दी।
नहीं आई केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्लाह
केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नजमा हेपतुल्लाह को दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था लेकिन वो इस समारोह में नही आई। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो एस डब्ल्यू अख़्तर ने बताया कि आखिरी वक्त में ज़रूरी काम आ जाने की वजह से नजमा हेपतुल्लाह दीक्षांत समारोह में नहीं आ सकी। वीसी प्रो अख्तर ने बताया कि उन्होंने एक संदेश भेज कर सभी छात्र-छात्राओं को मुबारकबाद दी है।
दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ एस आर आज़मी नदवी ने किया। इस मौके पर प्रो खान मसूद अहमद वीसी, ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी यूनिवर्सिटी, जस्टिस (रिटायर्ड) अल्लाह रहम समेत कई खास मेहमान मौजूद थे। इनके अलावा एकेडमिक काउंसिल, एग्जयूकिटिव काउंसिल और कोर्ट के सदस्य खास तौर पर मौजूद थे। यूनिवर्सिटी को कुलसचिव डॉ आई ए खान ने दीक्षांत समारोह में मौजूद सभी मेहमानों, छात्र-छात्राओं, अभिभावकों और मीडिया का धन्यवाद किया।