धुले, महाराष्ट्र
सबसे तरक्की याफ्ता प्रदेश कहलाने वाले महाराष्ट्र के धुले ज़िले के आदिवासी इलाक़े के एक गांव में बच्चा चोरी करने के शक़ में पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक मारे गए सभी लोग सोलापुर ज़िले के मंगलवेढ़े इलाक़े के रहने वाले थे। ये घटना धुले से 80 किलोमीटर दूर साकरी तहसील के राईनपाड़ा गांव में हुई है।
धुले के पुलिस अधीक्षक रामकुमार ने मीडिया को बताया कि दोपहर क़रीब एक बजे ये लोग एक बस से गांव में उतरे। गांव वालों ने इन्हें संदिग्ध मानकर कुछ सवाल किए। इसके बाद उन्हें एक कमरे में बंद करके पीटा गया। इस हमले में पांचों की मौत हो गई। महाराष्ट्र के कई इलाक़ों में इन दिनों सोशल मीडिया के ज़रिए बच्चा चोर गिरोहों के सक्रिय होने की अफ़वाहें फैल रही हैं। ये अफवाहें ख़ासकर धुले और नंदुरबार ज़िलों में अफ़वाह फैली है। स्थानीय पुलिस ने अफ़वाहें रोकने के लिए पर्चे भी बंटवाएं हैं लेकिन अफ़वाहों का दौर जारी है।
इन अफ़वाहों के प्रभाव आकर लोग अनजान लोगों पर हमले कर रहे हैं। धुले ज़िले में हुई ये घटना इस तरह की पहली घटना नहीं है। बीते सप्ताह ही नंदुरबार ज़िले के शहादा इलाक़े में भी भीड़ ने तीन लोगों पर बच्चा चोर गिरोह होने के शक़ में हमला किया था। ये तीनों लोग बुरी तरह घायल हुए हैं और इनकी कार को भी आग लगा दी गई थी। ऐसी ही एक बड़ी घटना में नासिक ज़िले के सटाना और धुले ज़िले के सिरपुर इलाक़ों में भी भीड़ ने अनजान लोगों पर हमले किए।
पुलिस के मुताबिक रविवार को हुई घटना में मारे गए पांचों लोग सोलापुर के रहने वाले थे। इनकी पहचान 45 साल के भारत शंकर भोसले, 36 साल के दादाराव शंकर भोसले, 47 साल के राजू भोसले, 20 साल के अगणू श्रीमंत हिंगोले और 45 साल के भारत मावले के रूप में हुई है। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक घटना की जानकारी मिलने के बाद गांव पहुंचे पुलिस बल को ग्रामीणों की ओर से विरोध का सामना करना पड़ा जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल गांव भेजे गए।
पुलिस ने अभी तक इस मामले में 20 संदिग्धों को हिरासत में लिया है और घटना में शामिल बाक़ी लोगों की पहचान की जा रही है। जिस गांव में ये घटना हुई है वहां रविवार का साप्ताहिक बाज़ार लगा था। इस वजह से भी भीड़ बहुत ज़्यादा थी। आसपास के गांवों के लोग भी वहां मौजूद थे।