दम्माम, सऊदी अरब
सऊदी अरब के श्रम मंत्रालय ने करीब 4 हज़ार खारजी कामगारों को गिरफ्तार किया है। इन खारज़ी कामगारों पर लेबर कानून के उल्लंघन का आरोप लगा है। ये गिरफ्तारी सऊदी अरब के सिर्फ एक राज्य ईस्टर्न प्रोविन्स में की गई है। यही नहीं 16 हज़ार लोगों को नियमों के उल्लंघन में कड़ी वार्निंग दी गई है। ये जानकारी सऊदी अरब के लेबर मंत्रालय के स्थानीय अधिकारी ने दी।
लेबर मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कई विभागों ने मिलकर संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान 4 हज़ार लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए ज़्यादातर लोग भारत के हैं, उसके बाद पाकिस्तान और मिश्र के हैं। इनमें से कुछ दूसरे अरब मुल्कों के भी रहने वाले हैं।
सरकारी अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 90 फीसदी लोग आर्टिकिल 39 के दोषी पाए गए हैं। आर्टिकिल 39 के तहत खारज़ी कामगार अपने कफील को छोड़कर दूसरे के यहां काम करते हैं और बदले में वह कफील को कुछ रकम अदा करते है। कुछ लोगों को वर्किंग वीज़ा न होने, औरतों के लिए आरक्षित जगहों पर काम करने और दूसरे नियमों के तहत भी गिरफ्तार किया गया है।
दम्माम, अल-खोबर और देहरान से सबसे ज़्यादा खारजी लोग गिरफ्तार किए गए हैं जबकि रास तनूरा, अबकैक और आसपास से सबसे कम खारजी गिरफ्तार किए गए हैं। लेबर मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में सबसे ज़्यादा नियमों के उल्लंघन पाया गया है, उसके बाद स्वास्थ्य क्षेत्र और सबसे कम शिक्षा के क्षेत्र में नियमों के उल्लंघन पाया गया है।